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आतंकी मन्नान वानी एनकाउंटर: ट्विटर पर भिड़े गंभीर और अब्दुल्ला

गौतम गंभीर ने मन्नान वानी के आतंकवादी बनने के लिए राजनीतिक दलों और राज्य के नेताओं, जिनमें अब्दुल्ला भी शामिल हैं को जिम्मेदार ठहराया. इसी के बाद दोनों में ट्वीट युद्ध शुरू हो गया

FP Staff

जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकवादी मन्नान वानी पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और क्रिकेटर गौतम गंभीर के बीच ट्वीट वॉर शुरू हो गया. गौतम गंभीर ने मन्नान वानी के आतंकवादी बनने के लिए राजनीतिक दलों और राज्य के नेताओं, जिनमें अब्दुल्ला भी शामिल हैं को जिम्मेदार ठहराया. इसी के बाद दोनों में ट्वीट युद्ध शुरू हो गया.

गौतम गंभीर ने शुक्रवार रात करीब 8 बजे ट्वीट करते हुए लिखा, मन्नान वानी की मौत- हमने एक आतंकवादी को मारकर एक उग्र स्वभाव की प्रतिभा को खो दिया. गंभीर ने यह ट्वीट करते हुए उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस और बीजेपी को टैग करते हुए लिखा कि हमसब को इस बात पर पछतावा होना चाहिए कि आखिर क्यों एक युवा किताब छोड़कर गोली खा रहा है.

गंभीर के ट्वीट का जवाब देते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, यह आदमी मन्नान के जिले को भी नक्शे पर नहीं खोज पाएगा, उसके बाद भी वह जानना चाहते हैं कि कश्मीर के युवा हथियार क्यों उठा रहे हैं. उमर ने लिखा, साफ तौर पर गंभीर कश्मीर के बारे में उतना ही जानते हैं, जितना मैं क्रिकेट के बारे में जानता हूं और मैं क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं जानता. उमर ने कहा, गंभीर को कश्मीर की समस्याओं के बारे में जानकारी नहीं है.

उमर के ट्वीट का जवाब देते हुए गंभीर ने लिखा, अब्दुल्ला आपको नक्शे पर तो बात नहीं करनी चाहिए. आप ही मेरे देश का नक्शा बदलने के लिए जिम्मेदार हो, जो कश्मीर को पाकिस्तान के हवाले ले जाना चाहते हो. दिखावा छोड़िए और यह बताइए कि आपने और अन्य राजनीतिक दलों ने कश्मीरी युवाओं के लिए अब तक क्या किया है?

गंभीर के इस ट्वीट का जवाब देते हुए उमर ने लिखा, अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ है, जब मैंने अपने दो साथियों को खो दिया, जिन्हें आतंकियों ने मारा. 1988 से लेकर अब तक मेरी पार्टी ने 1000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं (जिनमें सीनियर-जूनियर सब शामिल हैं) को खोया है. मुझे किसी से राष्ट्रवाद और त्याग पर लेक्चर नहीं चाहिए.

इस ट्वीट का जवाब देने में गंभीर ने देर की तो उमर ने लिखा, पहले कश्मीर के विषय पर खुद को जागरूक बनाओ. इसके बाद हम इस पर खुलकर चर्चा कर सकते हैं. तब तक आप ऐसे ही खेलते रहिए.

अब्दुल्ला के इस ट्वीट का जवाब देते हुए गंभीर ने लिखा, आप अकेले नहीं हैं उमर अब्दुल्ला, आपकी तरह ज्यादातर (राजनेता) आईना दिखाने पर ऐसा ही बर्ताव करते हैं. इसी कारण मेरे देश का खून बह रहा है. राष्ट्रवाद और त्याग के लिए व्यक्ति का सच्चा होना जरूरी है. आपकी तरह वे कुछ कहने के लिए 280 कैरेक्टर वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म नहीं ढूंढते.

गुरुवार को एक एनकाउंटर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन का कमांडर मन्नान वानी कश्मीर घाटी में मारा गया था. वानी की मौत के बाद इलामें हिंसा की घटनाएं भी हुईं थीं. इसी साल के शुरुवात में मन्नान वानी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से गायब होकर आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया था.