view all

'धर्मराज' को दूसरा कार्यकाल नहीं: FTII चेयरमैन नहीं रहेंगे गजेंद्र चौहान

गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के बाद एफटीआईआई में काम करे रहे कई लोगों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

Ravishankar Singh

केंद्र सरकार ने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के चेयरमैन गजेंद्र चौहान को दूसरा कार्यकाल नहीं दिया है. गजेंद्र चौहान का कार्यकाल 2 मार्च 2017 तक था.

एफटीआईआई के नए चेयरमैन के लिए सरकार ने तलाश शुरू कर दी है. सरकार के विश्वस्त सूत्र कहते हैं कि एफटीआईआई का नया चेयरमैन फिल्मी कलाकारों में से ही कोई होगा. सरकार किसी विवाद से बचने के लिए इस बार फिल्मी शख्सियत की अहमियत को भी पैमाना बनाएगी.


गजेंद्र चौहान को जब एफटीआईआई का चेयरमैन बनाया गया था तो देश में काफी बवाल कटा था. 139 दिनों तक एफटीआईआई के छात्रों ने हड़ताल किया था. एफटीआईआई छात्रों के साथ फिल्मी जगत के कई कलाकारों ने भी गजेंद्र चौहान की काबिलियत पर सवाल खड़े किए थे.

संस्थान के छात्रों ने पूणे से लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर तक विरोध प्रदर्शन किया था, जिसकी वजह से अपने नियुक्ति के सात महीने तक अपना पदभार संभाल नहीं पाए थे.

बाद में सरकार ने मामला संभालते हुए बीच का रास्ता निकाला था. भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारी भूपेंद्र कैंथोला को एफटीआईआई पूणे का निदेशक बना कर भेजा गया था. जिन्होंने संस्थान में हो रहे हंगामा पर काबू पाया था.

पिछले साल के विवाद के इतिहास को देखते हुए सरकार इस बार जल्दबाजी में नहीं है. नए चेयरमैन की नियुक्ति में सरकार पूरा वक्त ले रही है. फिल्मी हस्तियों से बात की जा रही है.

गजेंद्र चौहान को महाभारत में युधिष्ठिर की भूमिका से लोकप्रियता मिली थी. उन्होंने कई बी ग्रेड फिल्मों में भी काम किया. गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के बाद एफटीआईआई में काम करे रहे कई लोगों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, इसके बावजूद सरकार चौहान के साथ खड़ी दिखी थी.