जम्मू और कश्मीर में आम नागरिकों पर पैलेट गन का प्रयोग लंबे समय से दुनिया भर में विवादों में रहा है. इसको लेकर तमाम तरह की लंबी बहस चलती रही हैं.
जम्मू और कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर में एक फ्रांसीसी पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया. कोमिटी पॉल एडवर्ड नाम के ये फ्रांसीसी पत्रकार पैलेटगन पीड़ितों पर डॉक्यूमेंट्री बना रहे हैं. पुलिस का कहना है कि श्रीनगर में वीज़ा नियमों का उलंघन करने के लिए पॉल को गिरफ्तार किया गया है.
2016 में ईद से एक दिन पहले सेना नें हिजबुल कमांडर बुरहान वानी को मार गिराया था. इसके बाद घाटी में भयानक असंतोष और हिंसा हुई थी. बदले में सुरक्षाबलों ने पथराव कर रही भीड़ पर पैलेट गन इस्तेमाल की थी. पैलेट गन के चलते कई बच्चों और युवाओं की आंखों की रौशनी पूरी तरह या आंशिक रूप से चली गई थी. इसके बाद दुनिया भर के मानवाधिकार संगठनों ने अपना विरोध दर्ज करवाया था.
पॉल पैलेट गन के पीड़ितों पर डॉक्यूमेंट्री बना रहे हैं. इस सिलसिले में वो पीड़ितों और अलगाववादियों से मुलाकात कर रहे थे. जिसके बाद पॉल को गिरफ्तार कर लिया गया. पॉल के पास बिज़नस वीज़ा है जो 22 दिसंबर 2018 तक वैध है.