मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में सत्ता में आए कांग्रेस पर कड़े तेवर दिखाने शुरु कर दिए हैं. सरकार पर हमला करते हुए शिवराज ने कहा कि- 'कांग्रेस अभी राज्य में सत्ता में है. उन्हें आधारहीन आरोप लगाना बंद करना चाहिए और सरकार को कुशलता से चलाना चाहिए. राज्य को पहले ही 15 दिसंबर तक 4 लाख मीट्रिक टन से अधिक यूरिया प्राप्त हो चुका है, इसे उचित रूप से किसानों में वितरित किया जाना चाहिए.'
इसके पहले मध्यप्रदेश सरकार और राजस्थान सरकार ने राज्य में किसानों के उर्वरकों की कमी का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ा था. उन्होंने केंद्र सरकार पर राज्य को पर्याप्त मात्रा में उरिया उपलब्ध न कराने का दोषी ठहराया था.
केंद्र सरकार ने भी दिया जवाब:
इसके जवाब में केन्द्रीय उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने भी कहा कि देश में यूरिया आपूर्ति आरामदायक स्थिति है तथा कांग्रेस शासित राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों को उनकी मांग की तुलना में अधिक उर्वरक उपलब्ध कराया गया है.
मंत्री ने कुछ राज्यों पर यूरिया आपूर्ति को "राजनीतिक मुद्दा" बनाने का आरोप लगाया था और जोर देकर कहा कि अगर उर्वरक की कोई कमी है, तो ऐसा उनकी वितरण अक्षमता के कारण है.
उन्होंने कहा कि यूरिया की कमी की रिपोर्ट तब से उभरी है जब राजस्थान और मध्य प्रदेश में हाल ही सरकारें बदली हैं, हालांकि चालू रबी (सर्दियों) के मौसम के लिए उनकी आवश्यकता के अनुसार उन्हें आपूर्ति की गई है.
उन्होंने कहा कि सभी राज्यों की 21.33 लाख टन यूरिया की जो आवश्यकता थी उसके मुकाबले लगभग 25.06 लाख टन यूरिया उपलब्ध कराया गया है.