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सरकार ने सुरक्षित तरीके से सीवर सफाई के लिए मांगा सुझाव

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार यह पहल प्रधानमंत्री की दृष्टि के अनुरूप है जिन्होंने हाल में सीवर और सेप्टिक टैंकों की सफाई में मानव हस्पक्षेप से बचने के लिए देश में नवीनतम प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने की एक चुनौती की इच्छा जताई थी

Bhasha

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने सेप्टिक टैंक और नालों की सफाई के लिए उसमें मानव प्रवेश की जरूरत समाप्त करने के उद्देश्य से एक ‘प्रौद्योगिकी चुनौती’ शुरू करते हुए निजी व्यक्तियों और एनजीओ से उचित हल सुझाने को कहा है.

मंत्रालय के अनुसार यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि के अनुरूप है जिन्होंने हाल में सीवर और सेप्टिक टैंकों की सफाई में मानव हस्पक्षेप से बचने के लिए देश में नवीनतम प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने की एक चुनौती की इच्छा जताई थी.


एक अधिकारी ने बताया कि उसके बाद आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंत्रालय के अधिकारियों से कहा कि वो चुनौती के तौर तरीके पर काम करें.

मंत्रालय के प्रवक्ता राजीव कुमार जैन ने कहा, ‘प्रौद्योगिकी चुनौती: सीवरेज प्रणाली और सेप्टिक टैंक सफाई के तरीके की पहचान’ 2 अक्टूबर को आयोजित होने वाले महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन का हिस्सा होगा और यह 14 अगस्त तक खुला रहेगा.’

जैन ने कहा, ‘इस चुनौती और अंतत: उद्देश्य सीवर ड्रेन और सेप्टिक टैंकों की सफाई के लिए उसमें मानव प्रवेश को खत्म करना है.’ उन्होंने कहा, ‘मंत्रालय की ओर से नवप्रवर्तकों, व्यक्तियों, कंसोर्टियम भागीदारों, कंपनियों, अकादमिक संस्थानों, अनुसंधान और विकास केंद्रों, एनजीओ और निगमों से प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं कि वो सेप्टिक टैंक और सीवर में मानव प्रवेश की जरूरत खत्म करने के लिए नवीन प्रौद्योगिकी हल सुझाएं.’

मंत्रालय के अनुसार अधिकारी वर्तमान में चुनौती के विजेताओं के लिए पुरस्कार का निर्णय करने की प्रक्रिया में हैं.