घने कोहरे की वजह से ट्रेनें या तो रद्द की जा रही है या फिर देरी से चल रही है. हाल ये है कि कोई ट्रेन 20 घंटा तो कोई 18 घंटा देरी से चल रही है. मौसम की इस मार से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
लेकिन रेलवे ने इस समस्या से निजात पाने के लिए एक तरीका निकाल लिया है. इसके लिए एक सेफ्टी डिवाइस तैयार किया गया है, जो यह बताएगा कि कितनी दूरी तक फॉग है, कितनी दूरी तक नहीं है.
इससे सिग्नल मिलने के बाद ड्राइवर बिना फॉग वाले इलाके में ट्रेन की स्पीड को बढ़ा सकते हैं. साथ ही फॉग वाले इलाके में स्पीड को घटा सकते हैं.
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ नितिन चौधरी ने बताया कि इस डिवाइस में जीपीएस का इस्तेमाल किया गया है.
उनके मुताबिक इसमें उत्तर रेलवे के पटरियों, संकेतों, स्टेशनों और क्रॉसिंग के मानचित्र शामिल हैं. यह क्रॉसिंग लेवल या सिग्नल के बारे में लोको पायलट को अलर्ट करता है. जब ड्राइवर जानते हैं कि कोई बाधा नहीं है, तो वे गति बढ़ा सकते हैं.
इसका फायदा अब दिल्ली, एनसीआर, अंबाला, फिरोजपुर, लखनऊ, मुरादाबाद रूट वाली ट्रेनों को मिल सकता है.