देश की राजधानी दिल्ली पर लगातार बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है. यमुना नदी का जलस्तर इस समय खतरे के निशान से 49 सेमी ऊपर पहुंच गया है. शनिवार शाम तक जहां यमुना का वॉटर लेवल 204.10 मीटर था वहीं आज यानी रविवार सुबह यह बढ़कर 205.50 मीटर हो गया है.
इस बीच हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद यमुना उफान पर है. इसे देखते हुए निचले और यमुना से सटे इलाकों को खाली करा लिया गया है. बाढ़ के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार देर शाम आपात बैठक बुलाकर इसपर चर्चा की.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना की मदद लेने की जरूरत पड़ने पर उस दिशा में कदम उठाने की बात कही. बाढ़ पर बुलाई गई इस आपात बैठक में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, मुख्य सचिव अंशु प्रकाश सहित अन्य मंत्रियों और अधिकारी मौजूद रहे.
मनीष सिसोदिया ने रविवार को निजामुद्दीन ब्रिज पहुंचकर हालात का जायजा लिया. उन्होंने यहां रहने वाले लोगों से इस जगह को खाली कर सुरक्षित जगह जाने की अपील की.
आशंका जताई जा रही है कि रविवार शाम तक यमुना का वॉटर लेवल और बढ़ सकता है. बता दें कि 1978 में दिल्ली में यमुना का जलस्तर ओल्ड रेलवे ब्रिज पर सबसे खतरनाक स्तर 207.49 मीटर पर पहुंचा था.