view all

कश्मीर का अभिन्न हिस्सा हैं कश्मीरी पंडित: फारूक अब्दुल्ला

एक हफ्ते पहले अब्दुल्ला ने भारत के बंटवारे के लिए नेहरू, सरदार पटेल और मौलाना आजाद को जिम्मेदार ठहराया था

FP Staff

नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कश्मीरी पंडितों को लेकर एक बड़ा बयान दिया. अब्दुल्ला ने कहा, कश्मीरी पंडित कश्मीर का अभिन्न अंग हैं. जम्मू-कश्मीर राज्य उनके बिना अधूरा है. नेकां प्रमुख ने आगे कहा, एक दिन कश्मीरी पंडित अपने असली घर वापस जरूर आएंगे.

एक हफ्ते पहले अब्दुल्ला ने भारत के बंटवारे के लिए नेहरू, सरदार पटेल और मौलाना आजाद को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने कहा था कि इन नेताओं के जिद की वजह से भारत का बंटवारा हुआ. उन्होंने कहा, जिन्ना साहब पाकिस्तान बनाने वाले नहीं थे. कमिशन आया, उसमें फैसला किया गया हिंदुस्तान का बंटावारा नहीं करेंगे. हम मुसलमानों और अल्पसंख्य सिखों के लिए खास व्यवस्था करेंगे. मगर मुल्क का बंटवारा नहीं करेंगे.


मेजर आदित्य मामले में उमर का अलग रुख

उधर गुरुवार को उमर अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर सरकार पर शोपियां गोलीबारी घटना को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाया. पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य सरकार शोपियां कांड में एक सैन्य अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के मुद्दे पर दबाव में आ गई है. उमर का बयान ऐसे समय में आया है जब महज चंद दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट ने शोपियां में 27 जनवरी को हुई गोलीबारी की जांच पर रोक लगा दी थी. इस घटना में तीन लोग मारे गए थे.

उमर ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में पत्रकारों से कहा, ‘हमने कहा है कि इस घटना की विस्तृत जांच की जाए क्योंकि सेना ने जो कुछ कहा है और सरकार की ओर से जो बयान आया है, उनमें फर्क है. लोग सच्चाई जानना चाहते हैं ओर यही हमारी मांग है. यदि कुछ गलत है तो उसके लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.’

मेजर आदित्य कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि एफआईआर में इन का नाम नहीं है. उमर ने कहा कि राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जो कुछ कहा है, उससे वह हैरान हैं.