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महाराष्ट्र में कर्जमाफी को लेकर बड़ा किसान आंदोलन, 12 मार्च को विधानसभा का घेराव

सेंट्रल नासिक के सीबीएस चौक से 5 मार्च को चले किसान 180 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे

FP Staff

कर्जमाफी की मांग कर रहे 20 हजार किसानों का जत्था शुक्रवार को महाराष्ट्र के ठाणे पहुंचा. ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) के बैनर तले किसानों का एक समूह कर्जमाफी की मांग को लेकर लंबे दिनों से आंदोलन पर है. किसानों ने शुक्रवार को मुंबई से 73 किलोमीटर पहले ठाणे के शाहपुर में डेरा डाला.

हर रोज 30 किलोमीटर पदयात्रा करते इन किसानों की योजना 12 मार्च को मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा घेरने की है. 180 किलोमीटर की यात्रा पर निकले इस जत्थे ने 5 मार्च को सेंट्रल नासिक के सीबीएस चौक से चलना शुरू किया है.


मार्च में शामिल होने ठाणे और पालघर के किसान भी मुंबई जा रहे हैं. हाल में सीबीएस चौक पर किसानों की एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए किसानों के नेता ने ऐलान किया कि वह अपनी मांग को लेकर मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करेंगे.

फोटो रॉयटर से

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए नहीं देंगे जमीन

किसानों ने कर्ज माफी और बिजली बिल माफी के अलावा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की भी मांग की है. एआईकेएस सचिव राजू देसले ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, 'हम लोग राज्य सरकार से चाहते हैं कि वह सुपर हाइवे और बुलेट ट्रेन जैसे प्रोजेक्ट के नाम पर खेती की जमीन जबरन लेना बंद करे.' उन्होंने कहा कि 25,000 किसान मुंबई तक मार्च करने के लिए निकल चुके हैं.

देसले ने दावा किया कि बीजेपी सरकार की ओर से 34,000 करोड़ रुपए की सशर्त कर्ज माफी की घोषणा के बाद से अब तक 1,753 किसान खुदकुशी कर चुके हैं. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर‘ किसान- विरोधी’ नीति अपनाने का आरोप लगाया. एआईकेएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक धावले, स्थानीय विधायक जे पी गवित और अन्य नेता इस मार्च की अगुआई कर रहे हैं. किसानों की यह यात्रा 12 मार्च को समाप्त होगी. धावले ने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसानों से किए गए वादे पूरा न करके उनके साथ धोखा किया है.

(इनपुट एएनआई और भाषा से)