अयोध्या के विवादित ढांचे पर अभी सुप्रीम कोर्ट का कोई फैसला नहीं आया है. इस मामले में अगली सुनवाई फरवरी 2018 में है. लेकिन ऐसा लग रहा है कि विश्व हिंदू परिषद इसे अपना मान चुका है. वीएचपी की एक नई मांग ने इस मुद्दे को और हवा दे दी है.
क्या है वीएचपी की मांग?
अयोध्या में गर्भ गृह में विराजमान रामलला को ठंड से बचाने के लिए विश्व हिंदू परिषद ने कमिश्नर से हीटर और कंबल की मांग की है. राम जन्मभूमि के रिसीवर और फैजाबाद के कमिश्नर से मिलकर विहिप के एक प्रतिनिधि मंडल ने बाकायदा एक ज्ञापन सौंपा और रामलला को ठंड से बचाने की मांग की.
रिसीवर राम जन्म भूमि मनोज मिश्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से मिले निर्देशों के तहत रामलला के कपड़ों की व्यवस्था मौसम के अनुसार होती रहती है. वहीं विहिप ने सवाल पूछा कि जो व्यवस्था अयोध्या के लगभग प्रत्येक मंदिर में है वह व्यवस्था आखिरकार राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर में क्यों नहीं है?
दरअसल गर्भ गृह में विराजमान रामलला के मंदिर की पूरी व्यवस्था सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत होती है. इसके लिए फैजाबाद के कमिश्नर को इसका रिसीवर बनाया गया है. इसलिए किसी भी व्यवस्था के लिए कमिश्नर यानि रिसीवर से अनुमति लेनी पड़ती है और अगर यह व्यवस्था नई है तो रिसीवर को भी अनुमति लेना जरूरी होता है.
विहिप के एक प्रतिनिधिमंडल ने फैजाबाद के कमिश्नर और राम जन्मभूमि अधिग्रहित परिसर के रिसीवर से मिलकर रामलला को ठंड से बचाने के लिए उचित व्यवस्था का अनुरोध किया है. हालांकि रिसीवर मनोज मिश्रा की माने तो रामलला को ठंड से बचाने के जो प्रावधान हैं उसके अनुसार वह आगे व्यवस्था करेंगे.