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डेटा लीक: चुनाव आयोग करेगा फेसबुक के साथ अपनी साझेदारी पर समीक्षा

फेसबुक डेटा लीक मामले को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि वो फेसबुक के साथ अपनी साझेदारी पर समीक्षा कर सकता है

FP Staff

फेसबुक डेटा लीक मामले को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि वो फेसबुक के साथ अपनी साझेदारी पर समीक्षा कर सकता है. पिछले हफ्ते सामने आए स्कैंडल के बाद चुनाव आयोग की ओर इस तरह के संकेत दिए गए हैं. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, चीफ इलेक्शन कमिश्नर ओपी रावत ने कहा है कि युवा मतदाताओं को प्रोतसाहित करने के लिए, फेसबुक के साथ चुनाव आयोग की पार्टनरशिप पर जल्द ही आयोग की बैठक में चर्चा होगी.

बताया जा रहा है कि बैठक अगले हफ्ते हो सकती है. ये पूछे जाने पर कि क्या आयोग इस बात को लेकर गंभीर है कि डेटा का इस्तेमाल वोटरों को प्रभावित करने के लिए किया गया है, तो इस पर रावत ने कहा, 'बिलकुल, जिस भी किसी चीज से चुनाव प्रभावित होता है, वो एक बड़ा मसला है. जैसे कि पब्लिक ओपिनियन को बदला गया, ये हमारे चिंता की बात है और हम इस पर विचार करेंगे.'


आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने पिछले साल तीन अलग-अलग मौकों पर फेसबुक यूजर्स, खासतौर पर युवाओं को वोटर्स के तौर पर रजिस्टर कराने के लिए फेसबुक के साथ साझेदारी की थी. गौरतलब है कि लगभग पांच करोड़ यूजर्स के डेटा लीक होने के मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए फेसबुक के फाउंडर और सीईओ मार्क जकरबर्ग ने भी अपनी गलती स्वीकार की है. उन्होंने कहा है कि यूजर्स की निजता को बनाए रखने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए जाएंगे. हम पहले से भी ऐसा किए हैं.

जकरबर्ग ने कहा कि आपके डेटा की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी हमारी है. अगर हम ऐसा नहीं कर पाते हैं तो आपके लिए काम करने का हक नहीं है. इसके साथ ही जकरबर्ग ने कहा कि मैं यह समझने की कोशिश कर रहा हूं कि आखिर ये हुआ कैसे. इसके साथ ही हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि ऐसा दोबारा न हो.