पर्यटन मंत्री के जे अलफोंस ने सरकार को सुझाव दिया है कि नेत्रदान करना सभी के लिए अनिवार्य कर दिया जाए. जिससे देश में अंधेपन की समस्या से लड़ने में आसानी हो. अलफोंस ने कहा कि वो इस बारे में औपचारिक रूप से स्वास्थ्य मंत्रालय को खत लिखेंगे.
अलफोंस ने कहा कि तमाम कोशिशों के बाद भी 45,000 भारतीय ही एक साल में नेत्रदान करते हैं. एक साधारण से कॉर्निया ट्रांसप्लांट की मदद से कई लोगों की आंखों की रौशनी वापस आ सकती है. इसलिए वो मंत्रालय से इसे अनिवार्य बनाने की सिफारिश करेंगे.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक अलफोंस ने ब्लाइंडवॉक 2017 के बेंगलुरु के एक कार्यक्रम में ये बात कही. 12 अक्टूबर को मनाए जाने वाले वर्ल्ड आई साइट डे से जुड़े एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. अलफोंस के छोटे भाई फादर जॉर्ज कन्ननाथम नेत्रहीनों से जुड़ा एक एनजीओ चलाते हैं.
अलफोंस ने ये भी बताया कि श्रीलंका में मरने के बाद नेत्रदान अनिवार्य कर दिया गया है. इसके बाद श्रीलंका में दुनिया में सबसे ज्यादा नेत्रदान करने वाले लोग हैं. हमें भारत में भी ऐसा ही कदम उठाना चाहिए.