इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में कथित गड़बड़ी के आरोपों के बीच फिर से मतपत्र के इस्तेमाल की मांग पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बुधवार को कहा कि यह पिछड़ी हुई सोच है.
हजारे ने एक समाचार चैनल से कहा, 'विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से प्रगति हो रही है, दुनिया तेजी से विकास कर रही है और यहां हम फिर से मतपत्र के जरिए चुनाव कराने की बात कर रहे हैं. यह पिछड़ी हुई सोच है.'
हजारे ने कहा कि मतपत्र के जरिए मतदान करने और मतगणना दोनों में बहुत अधिक समय लगता है.
हजारे का बयान ऐसे समय आया है जब उनके पूर्व सहयोगी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए दिल्ली में आगामी निकाय चुनाव में मतपत्र के इस्तेमाल की मांग की है.
कांग्रेस ने भी मतपत्र के इस्तेमाल की मांग करते हुए राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है.
हाल ही में देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम अपने पक्ष में न आने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने सबसे पहले ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं.
हजारे ने कहा कि निर्वाचन आयोग को ईवीएम से आगे बढ़कर 'टोटलाइजर मशीन' इस्तेमाल करने के लिए कहा. टोटलाइजर मशीन हर बूथ पर पड़े मतों की बजाय इकट्ठे किसी क्षेत्र में पड़े कुल मतों की संख्या बताता है.