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दिल्ली: हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' होने पर बंद हो सकते हैं कारखाने

पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने उन उद्योगों को बंद करने को कहा है जिनसे प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है.

FP Staff

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब होती जा रही है. वायु प्रदूषण के स्तर में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के जरिए गठित पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने उन उद्योगों-कारखानों को बंद करने को कहा है जिनसे प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है.

पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) का कहना है कि दिल्ली एनसीआर में अगली बार वायु गुणवत्ता अगर गंभीर स्तर को छूती है तो प्रदूषण केंद्रों में मौजूद उद्योगों को बंद किया जा सकता है. साथ ही प्रदूषण निकाय ने उद्योगों से जल्द ही उत्सर्जन को नियंत्रण में लाए जाने को सुनिश्चित करने के लिए क्लीनर ईंधन का इस्तेमाल करने को कहा है.


वहीं पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने दिल्ली-एनसीआर में राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों के जरिए टैक्सी के रूप में किराए पर ली गई निजी डीजल गाड़ियों के इस्तेमाल पर चिंता जताई. ईपीसीए ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के कई अधिकारी दिल्ली और एनसीआर के भीतर आने-जाने के लिए टैक्सी के तौर पर किराए पर ली निजी डीजल गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं और उसने इसके लिए स्पष्टीकरण मांगा है.

दरअसल, दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को भी बहुत खराब श्रेणी में बनी रही. वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार लोधी रोड इलाके में प्रमुख प्रदूषक पीएम 2.5 और पीएम 10, 250 और 259 दर्ज किया गया.