सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश करने पर राज्य में अब विरोध प्रदर्शन और तेज हो गए हैं. इसी बीच अलग-अलग हिन्दूवादी समूहों के एक मुख्य संगठन ने गुरुवार को केरल में राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है.
महिलाओं के मंदिर में प्रवेश की खबर फैलने के बाद, दक्षिणपंथी समूहों के कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए राजमार्ग अवरूद्ध करते हुए दुकानें और बाजारों को जबरन बंद कराया. बीजेपी और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने राज्य सचिवालय के बाहर रिपोर्टिंग कर रहे मीडियाकर्मियों पर कथित रूप से हमला भी किया.
वहीं ‘सबरीमला कर्म समिति’ की तरफ से सुबह से शाम तक के बंद की घोषणा करते हुए इसकी नेता के पी शशिकला ने कहा कि सरकार ने भक्तों को धोखा दिया है. प्रतिबंधित आयु वर्ग (10 साल से 50 साल) की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश देने के सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही समिति ने लोगों से उनके प्रदर्शन में सहयोग देने की अपील की है.
शशिकला ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक पिनराई विजयन राज्य के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा नहीं दे देते, तब तक प्रदर्शन जारी रहेंगे. शशिकला ने कहा कि सरकार ने ‘कायर’ की तरह काम किया और महिलाओं को तड़के मंदिर ले गई.