कश्मीर के बडगाम जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया है. वहीं, सेना का विरोध कर रहे लोगों द्वारा की गई पत्थरबाजी और इसके खिलाफ सेना की कार्रवाई में दो लोगों की मौत और 17 लोगों के घायल होने की भी खबर है.
प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों में से एक की पहचान जाहिद राशिद गनई के रूप में की गई है. उसे दरबग गांव के पास गोली लगी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोली लगने के बाद युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई. वहीं एक सेना के जवान के मारे जाने की खबर है.
वहीं अनंतनाग जिला पुलिस ने साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का गाड़ी पर कोई पत्थरबाजी नहीं हुई है. बीच में खबर आ रही थी कि पत्थरबाजों ने मुख्यमंत्री की गाड़ी पर भी पत्थरबाजी की है.
बडगाम जिले के दरबग गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की खबर के बाद ही सुरक्षाबलों ने गावं को चारों ओर से घेर लिया, गोलीबारी शुरू हो गई.
पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में सेना को दो आतकियों के छिपे होने की खबर मिली थी. जिसके बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन चलाया था. आतंकियों को बचाने के लिए स्थानीय नागरिकों ने सेना पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी. जिसके बाद सेना ने गोलीबारी की.
रविवार को ही सेना ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकियों को मार गिराया था, जिसके विरोध में कुछ लोग सड़कों पर उतर आए और सड़क जाम कर सेना की गाड़ी पर पथराव किया. हंगामा कर रहे लोगों ने सड़क पर लकड़ी का बड़ा सा टुकड़ा रख कर रास्ता बंद कर दिया और नारेबाजी भी की.
आतंकियों की मौत के विरोध में लोगों ने त्राल में भी खूब हंगामा किया और सेना की गाड़ियों को निशाना बनाया. हालांकि, सेना की गाड़ी हंगामा कर रहे लोगों के करीब पहुंची तो वो वहां से भागने लगे.
हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों की मौत के विरोध में पुलवामा के कई इलाकों में दुकानें बंद रही. जहां सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में मारे गए आतंकी रईस वानी और फारूख हुर्रा के नमाजे-ए-जनाजा में सैकड़ों की तादाद में लोग जुटे और खूब नारेबाज़ी की. इस दौरान मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने हवाई फायरिंग भी की.