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मिस्र में पहली बार पिरामिड की खुदाई, 4,400 साल पुराने मकबरे का खुलेगा राज़

सुप्रीम काउंसिल ऑफ एंटीक्विटीज के महासचिव मोस्तफा वजिरी ने कहा कि इस मकबरे को अब तक न ही किसी ने छुआ है, न ही यहां कोई लूट हुई है

FP Staff

शनिवार को मिस्र ने काहिरा के दक्षिण में हाइरोग्लिफ (चित्रलिपि) और मूर्तियों सजे और अच्छी तरह से संरक्षित 4,400 साल पुराने मकबरे का अनावरण किया. इस मौके पर अधिकारियों ने कहा कि जैसे-जैसे पुरातत्वविद खुदाई करेंगे, वैसे-वैसे और भी कई अनोखी खोजों की उम्मीद है.

यह मकबरा गिजा प्रांत के शक्कारा के प्राचीन कब्रिस्तान में दफन एक टीले में मिला है. सुप्रीम काउंसिल ऑफ एंटीक्विटीज के महासचिव मोस्तफा वजिरी ने कहा कि इस मकबरे को अब तक न ही किसी ने छुआ है, न ही यहां कोई लूट हुई है. उन्होंने इस खोज को इस दशक की अपनी तरह की एक अनोखी खोज बताया है. यह मकबरा पांचवें राजवंश के तीसरे राजा नेफेरिरकर काकाई के शासन का बताया जा रहा है.


वाजिरी ने कहा कि पुरातत्त्वविदों ने गुरुवार को मकबरे से मलबे की आखिरी परत हटा दी है और उन्हें अंदर पांच शाफ्ट मिले हैं. पहली शाफ्ट खुली हुई थी और उसमें से कुछ भी नहीं मिला है. लेकिन बाकी चार शाफ्ट बंद हैं. वजिरी ने उम्मीद जताई है कि रविवार को शाफ्ट की खुदाई शुरू होने के दौरान कई नई खोज मिलेंगी.

न्यूज18 की खबर के मुताबिक वाजिरी ने बताया कि मकबरा 10 मीटर लंबा, तीन मीटर चौड़ा और सिर्फ तीन मीटर ही ऊंचा है. दीवारों को हाइरोग्लिफ (चित्रलिपि)फ और फारो की मूर्तियों से सजाया गया है. वाजिरी ने कहा कि मकबरे में जो मूर्तियां हैं उनकी अवस्था ही इस खोज को अनोखा बना रही है.