view all

यादव सिंह पर कसा शिकंजा, ईडी ने 19.92 करोड़ की संपत्ति जब्त की

आय से अधिक संपत्ति मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने की कार्रवाई

FP Staff

आय से अधिक संपत्ति मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने नोएडा प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर रहे यादव सिंह के खिलाफ कार्रवाई की है. ईडी ने यादव सिंह की 19.92 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है.

#ED attaches assets worth Rs 19.92 crore in #moneylaundering case involving former Noida chief engineer #YadavSingh


यादव सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप हैं. उस पर भ्रष्टाचार के जरिए बीस हजार करोड़ का काला साम्राज्य खड़ा करने का आरोप है.

यादव सिंह पर आरोप है कि इसने यूपी के सबसे अमीर विभाग नोएडा प्राधिकरण में चीफ इंजीनियर रहते हुए कई सौ करोड़ रुपये घूस लेकर ठेकेदारों को टेंडर बांटे. नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी के इंजीनियर रहते हुए यादव सिंह की सभी तरह के टेंडर और पैसों के आवंटन बड़ी भूमिका होती थी.

कौन है यादव सिंह?

यादव सिंह एक डिप्लोमाधारी इंजीनियर था. 80 के दशक में जब दिल्ली से सटे नोएडा को एक शहर के तौर पर बसाने की योजना बनी. तो नोएडा अथॉरिटी में कई बेरोजगारों को नौकरी मिली. इसी दौर में यादव सिंह को भी अथॉरिटी में नौकरी मिल गई.

1995 तक यादव सिंह दो प्रमोशन पाकर पहले जूनियर इंजीनियर से असिस्टेंट इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियर से प्रोजेक्ट इंजीनियर बन चुका था.

उत्तर प्रदेश में शासन चाहे किसी भी पार्टी का हो, यादव सिंह सबका चहेता बना रहा. वो मायावती की सरकार में भी उनका करीबी बना रहा. 2003 में समाजवादी पार्टी की सत्ता आने पर उसकी एसपी नेताओं से भी सांठगांठ रही.

अपने राजनीतिक रसूख की वजह से यादव सिंह की लखनऊ की सत्ता के गलियारों में पहुंच बनी रही.