ईडी ने 2,600 करोड़ रुपए के बैंक कर्ज जालसाजी मामले में धन शोधन की जांच के सिलसिले में मुंबई स्थित एक कंपनी के निदेशक और प्रमोटर को गिरफ्तार किया है.
देश में बैंक जालसाजी का यह सबसे बड़ा मामला कहा जा रहा है.
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने धन शोधन निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत मुंबई में कल विजय एम चौधरी को गिरफ्तार किया.
चौधरी एमएस जूम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक और मुख्य संचालक है और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा इस मामले में वांछित है.
ऐसा आरोप है कि इस कंपनी और इसके संचालनकर्ताओं ने 25 बैंकों के साथ 2,650 करोड़ रुपए तक की धोखाधड़ी की है.
ईडी अधिकारी चौधरी को आज इंदौर की एक अदालत में पेश कर सकते हैं.
ईडी ने सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर पीएमएलए के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया है. उसने इस मामले में जुलाई 2015 में अमेरिका के कैलिफोर्निया में 1,280 एकड़ जमीन भी अपने कब्जे में ली थी.
ईडी का आरोप है कि चौधरी ने कथित तौर पर अपने या अपने सहयोगियों के नाम से 485 कंपनियां खोल रखी हैं और उसे इस जालसाजी मामले का 'मास्टरमाइंड' बताया गया है.
ईडी ने इस मामले में अभी तक 130 करोड़ रुपए तक की संपत्ति जब्त की है.
जूम डेवलेपर्स इंदौर और मुंबई से काम करती है.