सरकार ने कहा है कि ताजमहल में प्रवेश से पहले कुछ विदेशी मॉडलों को भगवा दुपट्टा उतारने के लिए कहे जाने की कथित घटना में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) या सीआईएसएफ का कोई कर्मी शामिल नहीं था.
संस्कृति मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा है, ‘‘सरकार को इस संबंध में सीआईएसएफ और एएसआई की ओर से रिपोर्ट मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह का काम ना तो सीआईएसएफ के किसी कर्मी ने और ना ही एएसआई के किसी कर्मचारी ने किया है.’’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि ताजमहल जाने वाले लोगों के वेशभूषा, रंग या डिजाइन को लेकर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है.