दिल्ली के आसमान पर रविवार सुबह देर तक घना कोहरा छाया रहा. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर घने कोहरे के कारण 90 से अधिक उड़ान सेवाएं प्रभावित हुईं हैं. घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम होकर केवल 50 मीटर रह गई थी.
हवाईअड्डा की वेबसाइट पर उपलब्ध विमानों से संबंधित जानकारी के अनुसार 54 घरेलू विमानों की उड़ानों में देरी हुई और 40 विमानों का रूट बदलकर उन्हें अन्य हवाईअड्डा भेजा गया. घने कोहरे के कारण 11 अंतरराष्ट्रीय विमानों की उड़ान सेवाओं में देरी हुई जबकि 8 विमानों का मार्ग बदला गया.
सूचना के अनुसार अब तक 4 विमानों की उड़ानें रद्द की गई हैं जिनमें 3 घरेलू और 1 अंतरराष्ट्रीय विमान शामिल हैं.
दिल्ली और आईजीआई हवाईअड्डा के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के निदेशक आरके जेनामनी ने कहा, ‘सुबह साढ़े 5 बजे रनवे पर विजिबिलिटी 50-75 मीटर के बीच थी. इस साल कोहरे की यह अब तक की सबसे खराब स्थिति अनुभव की गई है.’
दिल्ली हवाईअड्डे के पास कम विजिबिलिटी में भी विमानों के उतरने के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी (आधुनिक प्रौद्योगिकी) है. इस कारण 50 मीटर विजिबिलिटी में भी विमानों को उतर पाना संभव हो पाता है. हालांकि विमानों को टेक ऑफ (उड़ान भरने) के लिए 125 मीटर विजिबिलिटी की जरूरत होती है.