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यौन हमले का विरोध करने पर ऑनलाइन ट्रोलिंग की शिकार छात्रा ने किया एफआईआर दर्ज

लड़की ने 'गंदी हरकत' के खिलाफ आवाज उठाई लेकिन ट्रोल्स बोले 'दाग झूठे हैं'

Swati Arjun

11 मार्च वाले दिन जब हम सब पांच राज्यों के चुनाव नतीजों को जानने-समझने की कोशिश कर रहे थे तब सोशल मीडिया पर गुरमेहर कौर के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक और छात्रा ट्रोल की शिकार हो रही थी.

इस छात्रा का नाम मेघना सिंह है और वो दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस में हिस्ट्री ऑनर्स की छात्रा है.


मेघना ने 9 मार्च मार्च को फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया था. इस पोस्ट में मेघना ने बताया था कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय वीमंस-डे के मौके पर वो अपनी कुछ दोस्तों के साथ श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में गायक केके का कॉन्सर्ट देखने गई थी.

मेघना ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि कार्यक्रम के दौरान हॉल में काफी भीड़ थी, लोगों के बीच की दूरियां स्वाभाविक तौर पर काफी कम थी जैसा कि अमूमन ऐसे किसी भी कार्यक्रम में होता है.

लेकिन, थोड़े समय बाद उसने पीछे से अपने शरीर पर कुछ अजीब सी हरकत महसूस की. उसे पहले लगा कि कोई उसके शरीर पर अपनी ऊंगली फेर रहा है. उसने पीछे मुड़कर देखा तो एक 20-22 साल का लड़का पीछे खड़ा था लेकिन तब-तक वो ये समझ नहीं पायी थी कि वो लड़का ऐसा जानबूझकर कर रहा है.

चूंकि, वहां काफी भीड़ और अंधेरा था और रोशनी सिर्फ स्टेज पर थी तो उसे लगा कि ऐसा गलती से हो गया होगा. फिर भी उसने उस लड़के को थोड़ा हटकर खड़े रहने को कहा.

कुछ देर बाद मेघना को कुछ गंदी सी बदबू आयी और उसने उस लड़के फिर से पीछे से अपने नजदीक लगभग खुद पर लदते हुए पाया तो वो थोड़ी सी अलर्ट हुई. उसने लड़के को पीछे धकेला और अपनी कुछ दोस्तों की मदद से एक ह्यूमन चेन बनाकर खुद को सुरक्षित किया.

कॉन्सर्ट से वापिस लौटने पर जब मेघना अपने कमरे में पहुंची तब उसने देखा कि उसकी जींस पर उस लड़के का स्पर्म गिरा हुआ है. उसे तब एहसास हुआ कि असल में वो लड़का कॉन्सर्ट के दौरान मेघना के पीछे खड़े होकर मैस्टर्बेट कर रहा था और बगैर किसी झिझक के उसने मेघना के कपड़ों पर इजैक्यूलेट कर दिया था.

इस हरकत ने मेघना को परेशान जरूर किया लेकिन कमजोर नहीं और उसने तुरंत जींस की फोटो खींचकर फेसबुक पर डाल दी. जिसके बाद फेसबुक पर उसकी ट्रोलिंग शुरू हो गयी.

मेघना की जींस, (तस्वीर- एफबी)

फेसबुक पर मेघना की इस कहानी को लेकर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं. पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी उनकी बात का भरोसा नहीं किया बल्कि इसे लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का तरीका बताया.

कुछ लोगों ने मेघना पर ही आरोप लगा दिया..

कुछ ने कहा उनके साथ यौन हमला हुआ और उन्हें पुलिस की शरण में जाना चाहिए..

किसी ने कहा कि आपने तब कोई कदम नहीं उठाया तो अब क्यों रो रही हैं...

कुछ लड़कियों ने कहा कि उनके कपड़ों में भी उन्हें ऐसे दाग लगे मिले हैं लेकिन वे पूरी तरह से नहीं कह सकतीं कि ये स्पर्म के ही दाग हैं.

पिछले पांच दिनों में मेघना की पोस्ट को तकरीबन 6 हज़ार लोग पढ़ चुके हैं, 1076 लोग शेयर कर चुके हैं और तीन हजार से ज्यादा लोगों ने उसपर कमेंट किया है.

लेकिन, वहां मेघना के समर्थन में कम और विरोध में ज्यादा लोग खड़े हैं. इसमें वो लोग भी शामिल हैं जो मेघना को जानते हैं. ऐसे ही एक शख्स से इनबॉक्स में हुई बातचीत को मेघना की दोस्त कृतिका ने फेसबुक में शेयर किया.

इस बातचीत में मेघना और कृतिका के उस जानकार व्यक्ति इसे एक मजेदार वाकया बताया. उसकी नजर में ये सब एक मजाक से ज्यादा कुछ नहीं था.

मेघना की दोस्त कृतिका का पोस्ट (तस्वीर- एफबी)

इस पूरी घटना के बाद भी मेघना डरीं नहीं और उसने अपनी बात को दोहराते हुए अगले दिन फिर से एक पोस्ट लिखा और फिर अपने पोस्ट पर हो रही ट्रोलिंग और बुलिंग के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी.

मेघना के साथ हुई घटना ने न सिर्फ एक बार फिर सोशल मीडिया ट्रोलिंग पर सवाल खड़े कर दिये बल्कि समाज में बसे पुरुषवादी सोच का इंटरनेट वर्जन भी लोगों के सामने फिर से ला खड़ा कर दिया है.

एक बार फिर से ये साबित हो गया कि हम चाहें कितनी भी बातें कर लें, कितना भी पढ़-लिख लें कितने भी सभ्य जगह पर पहुंच जाए पर महिलाओं के साथ होने वाला भेदभाव और यौनिक हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं.

हालात, इतने खराब हैं कि जब इस तरह की घटना होती है तब आवाज उठानी वाली महिलाओं के खिलाफ ऑनलाइन यौनिक हमले शुरू हो जाते हैं.

जिसका जवाब शायद मेघना का उठाया अगला कदम है- ट्रोलर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई.