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क्या भारत सरकार कर रही है कनाडा के पीएम को 'नजरअंदाज़'

ट्रूडो आगरा पहुंचे तो उनकी अगुवाई किसी मंत्री या मुख्यमंत्री ने नहीं डीएम ने की

FP Staff

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारतीयों के बीच खासे लोकप्रिय हैं. ट्रूडो भारत दौरे पर आए हुए हैं. मगर कनाडा के लोग भारत सरकार के ट्रूडो के साथ किए गए व्यवहार से खुश नहीं हैं. उनका मानना है कि हिंदुस्तान के लोग ट्रूडो को जानबूझकर नजरअंदाज कर रहे हैं. इसका कारण ट्रूडो का खालिस्तान समर्थकों को दिया गया बयान हो सकता है.

दरअसल दिल्ली पहुंचे ट्रूडो को रिसीव करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं पहुंचे. यहां तक कि उनका स्वागत किसी कैबिनेट मिनिस्टर ने नहीं जूनियर कृषि मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया. कनाडा के पत्रकारों ने पीएम मोदी की दूसरे विदेशी नेताओं को रिसीव करते हुए फोटो ट्वीट किया. इन ट्वीट्स में ट्रूडो के साथ हुए 'भेदभाव' की बात की गई है.

बात यहीं खत्म नहीं होती. ट्रूडो ताजमहल देखने परिवार के साथ आगरा गए. मगर उनकी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ मुलाकात की कोई खबर नहीं है. जबकि कुछ हफ्तों पहले ही जब इज़राइली प्रधानमंत्री नेतान्याहु ताज गए थे, योगी आदित्यनाथ खुद आगरा पहुंचे थे. जबकि ट्रूडो को ताज का दीदार करवाने आगरा के डीएम ही मौजूद थे.

ट्रूडो को इस तरह से 'नजरअंदाज' करने के पीछे उनका खालिस्तान समर्थकों के करीब होना है. ट्रूडो की कैबिनेट में चार सिख मंत्री हैं. इनमें से अमरजीत सोढ़ी ने जनवरी में खालिस्तान समर्थक बयान दिया था. सोढ़ी ने कहा था कि अगर कोई शांतिपूर्ण तरीके से खालिस्तान बनाए तो इसमें कोई गलत बात नहीं है. इसके बाद भारत सरकार ट्रूडो से नाराज मानी जा रही है. सोढ़ी के इस बयान का कनाडा में भी विरोध हुआ था.

इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि उन्हें ट्रूडो से मिलने में कोई समस्य़ा नहीं है. मगर वो उनके कुछ मंत्रियों से नहीं मिलेंगे. अभी पता नहीं है कि ट्रूडो और कैप्टन की मुलाकात होगी या नहीं, मगर ट्रूडो अमृतसर जाएंगे.