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वेंटिलेटर न मिलने पर डेढ़ वर्षीय बच्ची की मौत, डॉक्टर ने माता-पिता से कहा खुद बचा लो जान

जब लड़की के माता-पिता ने वेंटिलेटर के लिए कहा तो डॉक्टर ज्योति राउत ने उनसे कहा कि यदि वह बच्ची की जान बचाना चाहते हैं, तो उन्हें अपने दम पर एक वेंटिलेटर का इंतजाम करना होगा

FP Staff

डॉक्टर द्वारा वेंटिलेटर का इंतजाम किए जाने से इनकार कर देने के बाद एक डेढ़ वर्षीय बच्ची ने बीते शनिवार को मध्य प्रदेश के सागर जिले के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया. उसे जलने के बाद गंभीर चोटें आई थीं. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार जब लड़की के माता-पिता ने वेंटिलेटर के लिए कहा तो डॉक्टर ज्योति राउत ने उनसे कहा कि यदि वह बच्ची की जान बचाना चाहते हैं, तो उन्हें अपने दम पर एक वेंटिलेटर का इंतजाम करना होगा.

न्यूज 18 की खबर के अनुसार पूरी बातचीत का एक वीडियो बीते रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके चलते इलाज में अनुचित व्यवहार और लापरवाही के लिए डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया. रिपोर्ट के मुताबिक एक आंतरिक जांच का आदेश दिया गया है जिसका निष्कर्ष आज जारी हो सकता है.


माता-पिता को सूचित किया गया था कि अस्पताल में उनकी बेटी के इलाज के लिए एक भी वेंटिलेटर मौजूद नहीं है. हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार मेडिकल कॉलेज के डीन जीएस पटेल ने कहा कि कॉलेज में कुल 17 वेंटिलेटर हैं. बता दें कि डेढ़ वर्षीय बच्ची अनामिका अहिरवार, गंभीर रूप से जल गई थी. उसके सीने और पेट में उबलता पानी गिर गया था और उसे बीते गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.