हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले के उपमंडल देहरा के तहत आने वाले नलेटी गांव के युवक की कुवैत में मौत हो गई. माता-पिता अपने इकलौते बेटे के शव के इंतजार में हैं. अब उन्होंने सांसद अनुराग ठाकुर के माध्यम से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से अपने बेटे के शव को मंगवाने की गुहार लगाई है.
नलेटी गांव के रहने वाले कैलाश राणा का बेटा अंकज इसी साल 26 फरवरी को कुवैत गया था. वहां वह एक कंपनी में ड्राइवर के पद पर नौकरी करने की तैयारी कर रहा था. इसी बीच 10 अप्रैल को पिता कैलाश राणा को फोन पर सूचना मिली कि उनके बेटे अंकज राणा की मौत हो गई है.
पिता कैलाश ने बताया कि कंपनी में उसका दो साल तक काम करने का अनुबंध था, लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था. उन्होंने बताया कि कुवैत जाने से पहले हुए स्वास्थ्य परीक्षण में वह स्वस्थ था.
पिता कैलाश ने बताया कि कंपनी में उसका दो साल तक काम करने का अनुबंध था, लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था. उन्होंने बताया कि कुवैत जाने से पहले हुए स्वास्थ्य परीक्षण में वह स्वस्थ था.
अंकज की मौत की खबर के बाद से ही परिवार सदमे में है. माता-पिता को उम्मीद है कि सुषमा स्वराज के पुन: हस्तक्षेप से उनके बेटे का शव दो-तीन दिन में घर पहुंच सकता है.