वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि ‘नोटबंदी’ ‘आर्थिक नसबंदी’ जैसा है. गुजरात विद्यापीठ में आयोजित एक कार्यक्रम में रमेश ने कहा, ‘मैं आपातकाल के खिलाफ हूं. जो कुछ भी हुआ गलत था और आपातकाल एक गलत निर्णय था. लेकिन आज जो कुछ भी हम देख रहे हैं, वह गैर-घोषित आपातकाल है.’
उन्होंने कहा, ‘यह हमारे शब्द नहीं हैं बल्कि अटल बिहारी सरकार में एक वरिष्ठ मंत्री रहे एक महान बौद्धिक, लेखक, अर्थशास्त्री अरूण शौरी के हैं. शौरी ने कहा था कि यह एक विकेंद्रीकृत, गैर घोषित आपातकाल है.’ इंदिरा गांधी सरकार द्वारा 1975 में घोषित आपातकाल के दौरान भारी संख्या में नसबंदी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी ‘आर्थिक नसबंदी’ जैसा है.