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डीयू का कमाल: एडमिशन में SC-ST के लिए जीरो और जनरल के लिए 94 मार्क्स जरूरी!

जनरल कैटेगरी के लिए 94, ओवीसी के लिए 84, एससी के लिए 0, एसटी के लिए 0 मार्क्स होने चाहिए

FP Staff

दिल्ली यूनिवर्सिटी ने मैथ्स डिपार्टमेंट के लिए इंटरव्यू आयोजित किए है जिसके आंकड़े चौंकाने वाले हैं. एंट्रेंस एग्जाम के लिए एससी, एसटी वर्ग के लोगों को मिनिमम मार्क्स जीरो चाहिए. यूनिवर्सिटी के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर एक बार रिजर्वेशन पर बहस छिड़ गई है.

लिस्ट के अनुसार जनरल कैटेगरी के लिए 94, ओबीसी के लिए 84, एससी के लिए 0, एसटी के लिए 0 मार्क्स होने चाहिए. अब लोग सोशल मीडिया पर इस लिस्ट को लेकर अलग-अलग सवाल उठा रहे है. लोगो का कहना है कि इस आरक्षण प्रणाली का लाभ एससी, एसटी के छात्र उठा रहे है.


मैथ्य डिपार्टमेंट के हेड का इस पर कहना है कि एससी, एसटी छात्रों के लिए कोई मिनिमम मार्क्स नहीं तय किए गए हैं. हम इंटरव्यू के लिए सबको बुलाएंगे लेकिन उनका चयन उनकी योग्यता के आधार पर ही होगा.

बता दें ये कोई पहला मामला नहीं है जब लोग इस तरह के सवाल उठा रहे हो इससे पहले 2016 मे जब UPSC का रिजल्ट आया था तब सोशल मीडिया पर अंकित श्रीवास्तव की काफी चर्चा हो रही है. क्योंकि अंकित श्रीवास्तव और 2015 की UPSC टॉपर टीना डाबी दोनों ने ही UPSC एग्जाम साथ दिए थे लेकिन अंकित इसमें असफल रहे और टीना डाबी सफल. अंकित ने अपनी असफलता के पीछे भारत की आरक्षण प्रणाली को जिम्मेदार ठहराया है.

अंकित ने तब फेसबुक पर अपनी पोस्ट में लिखा था कि 'मेरे आश्चर्य की इंतेहा नहीं रही जब मैंने देखा की मैडम का CSP 2015 स्कोर है 96.66 और मेरा अर्थात अंकित श्रीवास्तव का स्कोर है 103.5, इतना ही नहीं पेपर 2 में मेरे 127.5 अंक है और माननीय टॉपर महोदया के 98.7 (दोनों मार्कशीट्स का स्क्रीनशॉट इस पोस्ट में है, और उसे UPSC की वेबसाइट पर रोल नंबर्स की सहायता से जांचा भी जा सकता है) अर्थात मैंने CSP-2015 में टॉपर महोदया से 35 अंक ज्यादा प्राप्त किए हैं'.