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दिल्ली में घटे रेप के मामले, लेकिन मर्डर में हुआ इजाफा

दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में कमी

FP Staff

देश की राजधानी दिल्ली में क्राइम के मामलों में इजाफा दिखा है. नए कमिश्नर अमूल्य पटनायक के नेतृत्व में साल 2017 की पहली तिमाही में हत्या, रेप और चोरी की कुल वारदातों में इजाफा देखने को मिला है.

हालांकि दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में कमी दर्ज की गई है. 2016 की पहली तिमाही में जहां रेप के 406 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2017 की पहली तिमाही में रेप के 376 मामले दर्ज किए गए हैं.


हत्या व हत्या की कोशिश के मामलों में इस साल बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 2016 में हत्या के 97 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं 15 मार्च, 2017 तक हत्या के 114 मामले दर्ज किए गए हैं.

हत्या की कोशिश के 2016 की पहली तिमाही में जहां 103 मामले दर्ज किए गए. वहीं, 2017 की पहली तिमाही में हत्या की कोशिश के 123 मामले दर्ज किए गए हैं. हालांकि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के मामले 3,103 से घटकर 2,421 हो गए हैं.

2017 में छेड़छाड़ के इरादे से महिलाओं पर हमला करने के 630 मामले दर्ज किए गए हैं, वहीं पिछले साल 843 मामले दर्ज किए गए थे.

महिलाओं का शील भंग करने के 15 मार्च, 2016 तक 196 मामले दर्ज किए गए थे. वहीं इस साल 123 मामले दर्ज किए गए हैं.

हालांकि नाबालिग लड़कियों को अगवा करने के मामलों में इस साल वृद्धि देखने को मिली. इस प्रकरण में जहां 2017 में 687 मामले दर्ज किए गए, वहीं पिछले साल इन मामलों की संख्या 676 थी.

दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं को अगवा करने के मामलों में अच्छी खासी गिरावट देखी गई है, 2016 के 102 मामलों की तुलना में इस साल 65 दर्ज किए गए हैं.

इसके अलावा ससुराल वालों या फिर पति द्वारा क्रूरता के मामलों में भी इस साल गिरावट आई है. पिछले साल जहां 849 मामले दर्ज किए गए, तो वहीं इस साल 506 मामले दर्ज किए गए हैं.