view all

दिल्ली के 400 पेट्रोल-सीएनजी पंप आज रहेंगे बंद, केजरीवाल ने BJP पर साधा निशाना

सिंघानिया ने कहा कि दिल्ली में ईंधन महंगा और उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों में सस्ता होने से ग्राहक वहां के पेट्रोल पंपों पर जा रहे हैं. इससे दिल्ली के पेट्रोल पंपों की बिक्री में भारी गिरावट आई है

FP Staff

सोमवार को दिल्ली के 400 पेट्रोल पंप और उनसे जुड़े सीएनजी पंप बंद रहेंगे. दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में डीजल और पेट्रोल पर वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) को कम करने से इनकार कर दिया था. इसी के विरोध में दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (DPDA) ने विरोध बुलाया है

डीपीडीए ने बयान में कहा कि दिल्ली में करीब 400 पेट्रोल पंप ऐसे हैं, इनमें कइयों से सीएनजी स्टेशन भी जुड़े हुए हैं, यह सभी दिल्ली सरकार के फैसले के विरोध में सोमवार को 24 घंटे के लिए बंद रहेंगे. ये सभी पंप 22 अक्टूबर सुबह 6 बजे से लेकर 23 अक्टूबर को सुबह 5 बजे तक बंद रहेंगे. इस दौरान लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

क्या है पूरा मामला?

डीपीडीए के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने कहा, 'केंद्र सरकार ने चार सितंबर को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क सहित 2.50 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी. जिसके बाद पड़ोसी राज्य हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों ने अपने वैट (मूल्य वर्धित कर) में भी इतनी ही कटौती कर जनता को पांच रुपए तक राहत दी थी.

सिंघानिया ने कहा, 'लेकिन दिल्ली सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाने से इनकार कर दिया जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली में पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा की तुलना में ईंधन महंगा हो गया.'

सिंघानिया ने कहा कि दिल्ली में ईंधन महंगा और उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों में सस्ता होने से ग्राहक वहां के पेट्रोल पंपों पर जा रहे हैं. इससे दिल्ली के पेट्रोल पंपों की बिक्री में भारी गिरावट आई है.

पेट्रोल-डीजल की बिक्री में गिरावट

डीपीडीए ने कहा कि सीमावर्ती राज्यों के मुकाबले दाम में अंतर होने की वजह से दिल्ली में डीजल की बिक्री में 50 से 60 प्रतिशत और पेट्रोल की बिक्री में इस तिमाही में 25 प्रतिशत तक गिरावट आई है. डीपीडीए के अध्यक्ष ने कहा कि सोमवार को दिल्ली के सभी 400 पंप पेट्रोल, डीजल की न ही खरीद करेंगे और न ही बिक्री होगी.

संगठन ने दिल्ली सरकार से आग्रह किया है कि वह पेट्रोल, डीजल पर तुरंत वैट में कटौती करे और वाहन चालकों को यूरो- छह श्रेणी का ईंधन खरीदने के लिए प्रोत्साहित करे. इससे न केवल राज्य सरकार के राजस्व नुकसान की भरपाई होगी बल्कि पेट्रोल पंप मालिकों और उनके कर्मचारियों की जीविका को भी बचाया जा सकेगा.

केजरीवाल का दावा- बीजेपी प्रायोजित हड़ताल

दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पेट्रोल पंपों की हड़ताल के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ट्वीट किया कि पेट्रोल पंप के मालिकों ने हमे निजी तौर पर बताया है कि ये बीजेपी प्रायोजित हड़ताल है, जो सक्रिय रूप से तेल कंपनियों द्वारा समर्थित है. उन्होंने कहा कि लोग चुनावों में बीजेपी को इसका जवाब देंगे.

(भाषा से इनपुट)