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बिजलीघरों को कोयले की आपूर्ति बढ़ाने के ये कदम उठा रहा है रेलवे

दिल्ली के कुछ बिजलीघरों में कोयले की स्थिति चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है और अगर ईंधन की आपूर्ति नहीं बढ़ाई गई तो ‘ब्लैक आउट’ की स्थिति पैदा हो सकती है

Bhasha

रेलवे ने दादरी समेत देश के उत्तरी भागों में स्थित बिजलीघरों के लिए कोयला आपूर्ति बढ़ाने के लिए मालगाड़ी की उपलब्धता बढ़ाई है. उत्तर भारत के कुछ बिजलीघरों में कोयले का भंडार चिंताजनक स्तर पर पहुंचने के बीच रेलवे ने यह कार्य योजना तैयार की है. केंद्र ने यह भी सुनिश्चित किया है कि बिजली संयंत्रों को ईंधन की पर्याप्त आपूर्ति हो.

रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, ‘एनटीपीसी ने रेलवे के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. एनटीपीसी ने प्रत्येक संयंत्र के लिए मासिक जरूरत के बारे में ब्यौरा दिया है. 18 मई के लिए एनटीपीसी की तरफ से दी गई लोडिंग योजना के तहत दादरी को प्रत्येक दिन पांच रैक की आपूर्ति की जानी है. दादरी संयंत्र को 24 मई तक प्रति दिन 4.94 रैक की आपूर्ति की जा रही है. इसमें और वृद्धि की जा रही है.’


अधिकारी ने कहा कि दादरी को शुक्रवार को आठ मालगाड़ियां उपलब्ध कराई गईं. दादरी और बदरपुर के बिजलीघरों को पर्याप्त कोयले की आपूर्ति की जाएगी. एक रैक में करीब 54 वैगन होते हैं. इसमें करीब 4,000 टन कोयले की आपूर्ति की जा सकती है. अधिकारी के अनुसार दादरी के लिए दैनिक आधार पर 6 से 7 रैक आपूर्ति करने की योजना है.

उन्होंने कहा, ‘जहां तक बदरपुर बिजलीघर का सवाल है, प्रति दिन 1.5 रैक की जरूरत है लेकिन हम इस बिजलीघर को प्रतिदिन दो रैक की आपूर्ति की योजना बना रहे हैं.

अधिकारी ने बताया कि कुछ बिजलीघरों में कोयले की कमी को देखते हुए आपूर्ति कार्य योजना तैयार की गयी है ताकि उत्तर भारत में बिजलीघरों को तत्काल ईंधन की आपूर्ति की जा सके.

दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येन्द्र जैन ने भी शुक्रवार को कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ बिजलीघरों में कोयले की स्थिति चिंताजनक स्तर पर पहुंच गयी है और अगर ईंधन की आपूर्ति नहीं बढ़ाई गई तो दिल्ली में ‘ब्लैक आउट’ की स्थिति पैदा हो सकती है. उन्होंने इस बारे में कोयला और रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र भी लिखा.