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प्रदूषण के चलते फेल हो रहे हैं दिल्ली पुलिस के कुत्ते

दिल्ली पुलिस के जांबाज कुत्ते साल भर में मात्र पांच या दस मामले ही सुलझाने में मदद कर पा रहे हैं

FP Staff

दिल्ली में तेजी से फैलता प्रदूषण जहां आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है वहीं सुरक्षा में मुस्तैद दिल्ली के डॉग स्क्वॉड भी इसकी गिरफ्त में आ चुका है.दिल्ली पुलिस के इन चौकन्ने कुत्तों कों सुंघने की क्षमता हर रोज कम होती जा रही है इसके चलते अपराधियों तक पहुंच पाना नामुमकिन सा हो रहा है.

बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस के स्निफर स्क्वाड के कुत्ते साल भर में मात्र पांच या दस मामले ही सुलझाने में मदद कर पा रहे हैं.


ये बात दिल्ली पुलिस की  डॉग स्क्वॉड पर की गई केस स्टडी में सामने आई है. फिलहाल दिल्ली पुलिस के डॉग स्क्वॉड में करीब 60 कुत्ते हैं. ये कुत्ते विस्फोटक और ड्रग्स ढूंढने के साथ-साथ अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की मदद करते हैं.

बताया जा रहा है कि इन तेज-तर्रार कुत्तों के अपराधियों तक न पहुंच पाने का सबसे बड़ा कारण दिल्ली का प्रदूषण है. हर रोज बढ़ रहे प्रदूषण के कारण वातावरण की महक और अपराधियों की गंध घुल जाती है. जिससे दिल्ली पुलिस के कुत्तों को अपराधियों तक पहुंचने में दिक्कत पेश आती है.

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि असल में जब कोई कुत्ता किसी महक के साथ आगे बढ़ता है. तो हवा में प्रदूषण के चलते मिल गई कई सारी महक के चलते भटक जाता है. इससे पहले दिल्ली के डॉग स्क्वॉ़ड बहुत तेजी से अपराधियों तक पहुंचने में कामयाब हो जाते थे लेकिन अब घटनास्थल से आगे बढ़ते ही कन्फ्यूज हो जाते हैं.

दिल्ली पुलिस के डॉग स्क्वॉड के सामने वाली मुश्किलों  में तेजी से बढ़ता हुआ वायु प्रदूषण प्रमुख है इसके अलावा तेजी से बढ़ती आबादी के चलते भीड़ में अपराधियों के भागने की महक खत्म हो जाती है. राजधानी की पक्की सड़कें भी कुत्तों की राह में अड़चन डालती हैं. बताया जाता है कि कच्चे रास्तों पर ये कुत्ते अच्छा काम करते हैं.