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दिल्ली क्राइम ब्रांच ने दो हफ्ते में सुलाझाया रिहानश किडनैपिंग केस

नर्सरी के छात्र रिहानश को बचाने वाले क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विनय त्यागी की बुलेट प्रुफ जैकेट में भी गोली लगी थी

FP Staff

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिलशाद गार्डन से किडनैप हुए नर्सरी के छात्र रिहानश को किडनैपर्स के चंगुल से छुड़ा लिया है. रिहानशको 25 जनवरी को किडनैप कर लिया था. किडनैपर्स को रोकने की कोशिश कर रहे बस चालक को भी उन्होंने गोली मार दी थी. किडनैपिंग के दो हफ्ते बाद रिहानशको पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शालीमार गार्डन इलाके से सुरक्षित छुड़ा लिया है.

पुलिस के मुताबिक, रिहानश को अगवा करने में तीन लोगों का हाथ था. आरोपी रवि, पंकज और नितिन ने रिहानश को शालीमार गार्डन के एबोय अपार्टमेंट में छिपा रखा था. पुलिस की पूछताछ में एबोय अपार्टमेंट के गार्ड ने बताया की यह तीनों यहां छह महीने से किराए पर रह रहे थे. अपहरणकर्ताओं ने जब तीन दिन बाद रिहानश के परिजनों को फोन कर के 50 लाख रुपए की फिरौती की मांग की, तभी पुलिस को सुराग मिल गया.


जिसके बाद सोमवार रात पुलिस ने एबोय अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 505 में दबिश दी. पुलिस की आहट सुनते ही अपहरणकर्ताओं ने पुलिस पर गोली बारी शुरू कर दी. पुलिस की तरफ से जवाबी फायरिंग में एक अपहरणकर्ता रवि की मौत हो गई और दूसरा पंकज घायल हो गया. जिसे जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. तीसरा आरोपी नितिन पुलिस की गिरफ्त में है.

पुलिस की इस कार्यवाई में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विनय त्यागी की बुलेट प्रुफ जैकेट में भी गोली लगी. लेकिन पुलिस ने बच्चे को सकुशल बचा लिया है. रिहानश के दादा का कहना है कि, 'हमें देर रात 1 बजे खबर मिली कि हमारे बच्चे को ढूंढ़ लिया गया है. हम जीटीबी अस्पताल गए और उसे हमारे हवाले कर दिया गया है. डॉक्टरों के कहना है कि उसे आराम की जरूरत है.'