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दिल्ली-NCR में प्रदूषण से छुटकारा नहीं, हालात और भी हो सकते हैं खराब

शनिवार को भी पूरा दिन पॉलूशन के खतरनाक स्तर पर बने रहने की आशंका है, इस दिन पीएम2.5 का स्तर 407 (गंभीर) दर्ज किया गया जबकि पीएम10 का स्तर 277 (मध्यम) दर्ज किया गया

FP Staff

दिल्ली-एनसीआर में दिवाली की रात से बढ़े पॉल्यूशन का स्तर अभी भी खतरनाक बना हुआ है. दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में लोगों को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है जिससे उनकी परेशानियां बढ़ रही हैं. विशेषज्ञों की मानें तो आने वाले कुछ दिनों तक हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं होगा. शनिवार को भी पूरा दिन पॉल्यूशन के खतरनाक स्तर पर बने रहने की आशंका है. शनिवार को पीएम 2.5 का स्तर 407 (गंभीर) दर्ज किया गया जबकि पीएम10 का स्तर 277 (मध्यम) दर्ज किया गया. शुरू में ऐसा पूर्वानुमान जताया गया था कि तेज हवा के कारण दिवाली के बाद हवा साफ हो जाएगी लेकिन हवा की रफ्तार धीमी रही जिससे शुक्रवार को भी दिल्ली स्मॉग की चपेट में नजर आई. वहीं दिल्ली के आरके पुरम इलाके में एआईक्यू 278, लोधी रोड में 277, आनंद विहार में 533, श्रीनिवासपुरी में 422 दर्ज किया गया. दिल्ली वालों की हालत बेहद खराब नजर आ रही है.

बता दें कि पंजाब हरियाणा में पराली जलाए जाना जारी है वहीं एसएएफएआर ने मौसम की जानकारी देते हुए कहा था कि तेज हवा राज्य की तरफ बढ़ रही है. शुक्रवार को तेज हवा दिल्ली से प्रदूषकों को उड़ा ले जाएगा. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के नेतृत्व वाली टास्क फोर्स आज फैसला करेगी कि दिल्ली में प्रदूषण रोधी उपाय जारी रहेंगे या फिर वायु प्रदूषण के हालात से निपटने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए.

सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त एनवायरमेंट पॉल्यूशन (कंट्रोल एंड प्रीवेंशन) अथॉरिटी ने बीते शुक्रवार को यह जानकारी दी थी. ईपीसीए ने 1 से 10 नवंबर तक प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी की आशंका व्यक्त करते हुए कंस्ट्रक्शन के काम पर रोक लगा दी है. इसके तहत 4 से 10 नवंबर तक कोयला और बायोमास आधारित उद्योग बंद रहेंगे. वहीं ईपीसीए ने 8 से 10 नवंबर तक दिल्ली में ट्रकों की एंट्री भी बंद कर दी है. सीपीसीबी के नेतृत्व वाली टास्क फोर्स ने इन उपायों की घोषणा की थी.