view all

नहीं सुधर रही दिल्ली की हवा, अब 6 सदस्यीय टीम चेक करेगी प्रदूषण

हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम परिधी वाला महीन कण ,पीएम 2.5, एक नए स्तर पर पहुंच गया और यह 158 दर्ज किया गया

FP Staff

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार बहुत खराब दर्ज की जा रही है. आम लोगों से लेकर प्रशासन तक सब गंभीर चिंता में नजर आ रहे हैं. इसी बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने औचक निरीक्षण करने के लिए 6 सदस्यीय एक टीम का भी गठन किया है. अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण की स्थिति 'गंभीर' श्रेणी के बिल्कुल करीब रही.

पीएम 10 की तुलना में पीएम 2.5 शरीर के लिए कहीं अधिक खतरनाक है


हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम परिधी वाला महीन कण (पीएम 2.5) एक नए स्तर पर पहुंच गया और यह 158 दर्ज किया गया. अधिकारियों ने आने वाले दिनों में इसमें और ज्यादा बढ़त होने का अनुमान जताया है. वहीं पीएम 10 का स्तर 332 रहा. पीएम 10 की तुलना में पीएम 2.5 स्वास्थ्य के लिए कहीं अधिक खतरनाक है. केंद्र द्वारा संचालित सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च के मुताबिक, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 315 दर्ज किया गया.

मौसम में पहली बार एक्यूआई 315 दर्ज किया गया था

इस मौसम में पहली बार एक्यूआई 315 दर्ज किया गया था.सिर्फ इतना ही नहीं फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी वायु गुणवत्ता बहुत खराब दर्ज की गई. शून्य से 50 के बीच के एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच के एक्यूआई को 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच के एक्यूआई को 'मध्यम', 201 और 300 के बीच के एक्यूआई को 'खराब', 301 और 400 के बीच के एक्यूआई को 'बहुत खराब' जबकि 401 और 500 के बीच के एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है.

हरियाणा और पंजाब सरकारों से की गई अपील

अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जमीनी स्तर पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जांच के लिए निरीक्षण किया जाएगा. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने पीडब्ल्यूडी द्वारा संचालित किए जा रहे मेकेनिकल स्वीपिंग (सड़क से धूल हटाने) और स्प्रींकलिंग (पानी का छिड़काव करने वाले) वाहनों का ब्योरा और उनके कामकाज का कार्यक्रम भी मंगाया है. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हरियाणा और पंजाब सरकारों से दिल्ली सहित उत्तर भारत में हवा की खराब होती गुणवत्ता के मद्देनजर कदम उठाने की अपील की है. उन्होंने कहा केंद्र

को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. दिसंबर और जनवरी पास आ रहा है, ऐसे में दिल्ली सहित समूचा उत्तर भारत एक गैस चैम्बर बनने के बिल्कुल करीब है.

द्वारका सेक्टर-8 का एक्यूआई 353 दर्ज किया गया

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक बीते गुरुवार को आनंद विहार का एक्यूआई 317, द्वारका सेक्टर-8 का एक्यूआई 353, आईटीओ का एक्यूआई 295, जहांगीरपुरी का एक्यूआई 336 और रोहिणी का एक्यूआई 344 दर्ज किया गया. सीपीसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हालात की निगरानी की जा रही है. उन्होंने कहा- हम आशा करते हैं कि मौसम संबंधी परिस्थितियों में आंशिक सुधार होने के साथ वायु गुणवत्ता बेहतर हो जाएगी लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो हम सख्त कदम उठाएंगे.