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दिल्ली: वकील ने की अपनी महिला Client की हत्या, सात साल बाद खुला राज

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तीनों आरोपियों ने महिला की मॉडल टाउन में हत्या करने के बाद शव बैग में रखकर न्यू उस्मानपुर स्थित यमुना खादर में फेंक दिया था

FP Staff

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सात साल पहले हुई एक महिला की हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. पुलिस के मुताबिक महिला की हत्या मकान खाली नहीं करने पर उसके ही वकील ने करवाई थी.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार पुलिस ने बीते शुक्रवार को बुराड़ी से वकील समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तीनों आरोपियों ने महिला की मॉडल टाउन में हत्या करने के बाद शव बैग में रखकर न्यू उस्मानपुर स्थित यमुना खादर में फेंक दिया था.


किरण के भाई ने मॉडल टाउन थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान वकील वीरेंद्र कुमार (44), दिल्ली जल बोर्ड में सफाई कर्मचारी पृथ्वी सिंह (59) और कॉन्ट्रैक्ट किलर कमलेश (28) के रूप में हुई है. इन तीनों ने मिलकर किरण अग्रवाल नामक महिला की हत्या दिसंबर 2011 में कर दी थी. क्राइम ब्रांच के डीसीपी जी राम गोपाल नाइक ने बताया कि मृत महिला किरण के भाई ने मॉडल टाउन थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनकी बहन लापता है. उनकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था. इस दौरान न्यू उस्मानपुर इलाके से महिला का शव बरामद हुआ. बाद में मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई.

वीरेंद्र ने बताया कि महिला मॉडल टाउन में अकेली रहती थी

हत्या के 7 साल बाद बीते शुक्रवार को क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली कि किरण की हत्या के पीछे बुराड़ी निवासी पृथ्वी सिंह और कमलेश का हाथ है. इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों से सख्ती से पूछताछ करने पर पता चला कि हत्या का मुख्य आरोपी वकील विरेंद्र कुमार है. उसने ही महिला की हत्या की सुपारी इन आरोपियों को दी थी. इसके बाद पुलिस ने वीरेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में वीरेंद्र ने बताया कि महिला मॉडल टाउन में अकेली रहती थी. उसकी अपने पति से लड़ाई चल रही थी. उसका वकील वीरेंद्र कुमार ही था.

किरण मकान खाली करने के लिए 2 करोड़ रुपए मांग रही थी

वहीं, महिला जिस मकान में किराए पर रहती थी उसे खाली करवाने के लिए मकान मालिक ने कोर्ट में याचिका दायर की थी. किरण मकान खाली करने के लिए 2 करोड़ रुपए मांग रही थी. इस केस में भी वीरेंद्र ही वकील था. वकील ने पुलिस को बताया कि उसने मकान मालिक को आश्वासन दिया कि वह इस प्रॉपर्टी को 30 लाख रुपए में खाली करवा देगा. वह अपने ग्राहक पृथ्वी

सिंह और कमलेश को भी प्लॉट में ले गए और 1.5 लाख और 20 हजार रुपए की पेशकश की.

चमड़े की बेल्ट से गला दबाकर महिला की हत्या कर दी

इस साजिश में बिरजू और बंटी नाम के दो अन्य लोग भी शामिल थे. 17 दिसंबर को आरोपी अग्रवाल के घर पहुंचे और चमड़े की बेल्ट से गला दबाकर महिला की हत्या कर दी. उन्होंने शव को एक बैग में डाल दिया और उसे न्यू उस्मानपुर में यमुना के पास फेंक दिया. बाद में उन्होंने मकान मालिक से पैसे ले लिए और इसे योजना के अनुसार विभाजित कर दिया. वीरेंद्र ने कॉन्ट्रैक्ट के अपने पैसे से लोनी में एक फ्लैट भी खरीदा.