दिल्ली पुलिस ने खुद को एम्स का डॉक्टर बताने वाले एक शख्स को फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद का रहनेवाला आशीष त्रिपाठी अस्पताल के वार्ड में सफेद रंग का कोट पहने हुए घूमता पाया गया. इस दौरान जब उसे अस्पताल के एक गार्ड ने रोका तो उसने खुद को वहां का सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर बताया.
गार्ड ने शक होने पर आरोपी से उससे आइडेंटिटी कार्ड (आईडी कार्ड) मांगा तो उसके पास कोई जवाब नहीं था.
अस्पताल में भर्ती थी गर्भवती पत्नी
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी गर्भवती पत्नी एम्स अस्पताल में भर्ती थी. वो किसी भी तरह अपनी पत्नी के पास पहुंचना चाहता था. ऐसे में उसे लगा कि सफेद कोट पहनकर वार्ड के अंदर घुसना आसान होगा. लेकिन बीच में ही गार्ड ने उसे रोक लिया जिससे उसका फर्जीवाड़ा सामने आ गया.
पुलिस ने आरोपी शख्स के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
एम्स से दूसरा ऐसा मामला सामने आया
बता दें कि पहले भी एम्स में इससे मिलता-जुलता एक और मामला सामने आया था जिसमें 19 साल के एक कथित मेडिकल छात्र को गिरफ्तार किया गया था. अदनान खुर्रम नाम का यह शख्स 5 महीने तक फर्जी डॉक्टर बनकर एम्स में घूमता रहा था. इस फर्जीवाड़े के लिए उसने जाली दस्तावेजों का सहारा लिया था.
देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में लगभग 2 हजार रेजिडेंट डॉक्टर हैं जिन्हें पहली नजर में पहचानना मुश्किल काम है. खुर्रम इसी का नाजायज फायदा उठाता था. उसे एक मैराथन के दौरान गिरफ्तार किया गया जब सीनियर डॉक्टरों ने उसकी पहचान जाननी चाही. इसमें वह नाकाम रहा, नतीजतन डॉक्टरों ने उसे पुलिस को सौंप दिया.
(भाषा से इनपुट)