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रत्नागिरी के अपने बंगले को देखने भेष बदलकर जाता है अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद

कहने को तो दाऊद हिंदुस्तान से दूर है लेकिन उसका दिल अब भी यहीं बसता है

FP Staff

भारत का मोस्ट वांटेड अपराधी दाऊद इब्राहिम को पिछले 25 सालों से देश की तमाम खुफिया एजेंसियां और पुलिस तलाश रही हैं. 1993 के बम धमाकों से ठीक पहले दाऊद भारत से तो भाग निकला, लेकिन मुंबई के अंडरवर्ल्ड में आज भी उसका सिक्का चलता है. कहने को तो दाऊद हिंदुस्तान से दूर है लेकिन उसका दिल अब भी यहीं बसता है. खासतौर पर रत्नागिरि के एक पुराने बंगले से दाऊद को खास लगाव है.

दाऊद के करीबियों के मुताबिक उसका बचपन इसी बंगले में बीता था. दाऊद के इस बंगले का लोगों में काफी क्रेज है. लोग दूर-दूर से आते हैं और बंगले के साथ अपनी सेल्फी खीचते हैं. रत्नागिरी वाले बंगले के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि दाऊद अब भी कभी-कभी भेष बदलकर इस बंगले को देखने आता है.


जब से भारत का मोस्ट वांटेड डॉन देश छोड़ कर भागा है तब से ही महाराष्ट्र के स्वर्ग कहे जाने वाले कोंकण का एक बंगला जैसा भुतहा बन गया. मुंबई अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की कर्मभूमि थी. लेकिन मुंबई से 330 किलोमीटर दूर हरे भरे जंगलों से ढंका और हरे समुद्र से सटा रत्नागिरी का ये बंगला दाऊद की जन्मभूमि थी.

स्थानीय लोग दाऊद से और उसके बंगले से डरते हैं

दाऊद इब्राहिम का असली घर, वो तीन मंजिला बंगला जहां दाऊद का बचपन बीता, जहां इब्राहिम खानदान के साथ वक्त बिताया, जहां जुर्म की दुनिया में पहला कदम बढ़ाया क्या दाऊद इब्राहिम आज भी भेष बदल कर अपना बंगला देखने आता है?

एक अंग्रेजी अखबार में छपी एक खबर ने रत्नागिरी के खेड तालुका के मुंबके गांव में मौजूद दाऊद इब्राहिम के बंगले का रहस्य कई गुना बढ़ा दिया है. जितने मुंह उतनी बातें. अखबार के मुताबिक स्थानीय लोग दाऊद से डरते हैं और उसके बंगले से भी डरते हैं, उनका कहना है कि इस बंगले पर दाऊद का काला जादू है.

इसी वजह से इसे भूत बंगला कहा जाता है, इसे दाऊदचा बंगला यानि दाऊद का बंगला कहा जाता है. कुछ लोगों का ये भी दावा है कि दाऊद भले ही भारत से भाग कर सालों से पाकिस्तान में छुपा हुआ है, लेकिन पिछले 32 सालों से खाली पड़ा ये बंगला उसके दिल के काफी करीब है और आज भी वो भेष बदल कर ये बंगला देखने आता है.

सना मुकादम, स्थानीय निवासी का कहना है कि दाऊद आज भी यहां आता है. वो भेष बदल कर, रूप बदल कर आता है. ये उसका गांव है, उसका घर है और वो इसीलिए यहां अक्सर आता है. हुरा खडस, स्थानीय निवासी कहते हैं कि आपको बंगले के करीब नहीं जाना चाहिए, वो भूत बंगला है. मैंने कई लड़कियों को उसके पास जाते और फिर दिमागी संतुलन खोते देखा है.उसने इसपर काला जादू कर दिया है ताकि कोई भी उसकी जायदाद के करीब न जा सके.पुलिस भी वहां जाने से डरती है.

अजीब बात है, दाऊद इब्राहिम भले ही पाकिस्तान की गोद में बैठकर आराम फरमा रहा है लेकिन रत्नागिरी के उसके बंगले में उसका ये अक्स हंगामा बरपा करता रहता है.दाऊद को सालों से पकड़ने की जुगत लगा रही जांच एजेंसियां दाऊद के भेष बदल कर रत्नागिरी अपने बंगले में आने के दावों को आखिर कितनी अहमियत देती हैं?

दाऊद के तीन मंजिला बंगले के आगे सेल्फी खींचते हैं लोग

दाऊद इब्राहिम को रत्नागिरी के अपने बंगले में आने के लिए पहले पाकिस्तान से लगी सरहद लांघनी होगी. इसके बाद उसे मुंबई का रुख करना होगा, मुंबई से करीब 5 घंटे सड़क का रास्ता तय कर कोंकण के रत्नागिरी तक पहुंचना होगा साफ है, एक डॉन इतना जोखिम क्यों कर लेगा, सिर्फ अपने पुश्तैनी बंगले को नजर भर देखने के लिए?

मुंबई पुलिस का भी साफ कहना है कि दाऊद के भारत आने और भेष बदल कर रत्नागिरी जाने की खबरें गलत हैं. लेकिन ये जरूर है कि दाऊद का ये तीन मंजिला बंगला सेल्फी भक्तों का तीर्थ बनता जा रहा है. दाऊद के बंगले के आगे खड़े होकर सेल्फी खींचने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है.

इब्राहिम दुदुके, स्थानीय निवासी कहते हैं कि इलाके की पुलिस ने हमसे कहा है कि इस बंगले पर नजर रखो. पिछले 32 सालों से ये बंगला जस का तस खड़ा है.जब डॉन अपने घरवालों के साथ यहां रहता था तो वो गुलजार रहता था लेकिन अब पिछले कई सालों से यहां कोई नहीं रहता. ये बंगला त्याग दिया गया है लेकिन कभी कभी पुलिसवाले चेकिंग के लिए जरूर आते हैं.

बताया जाता है कि जब कुर्की के लिए अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की संपत्तियों की तलाश हुई, तो रत्नागिरी के इस बंगले का पता चला. दाऊद का ये बंगला आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है.बताया गया है कि अकेले इस मुंबके गांव में ही दाऊद की 15 संपत्तियां हैं.सभी संपत्तियां दाऊद की मां अमीना बी के नाम हैं.

बी राधाकृष्णन, कलेक्टर, रत्नागिरी का कहना है कि हम कोल्हापुर आयकर विभाग की ओर से इस संपत्ति के केयरटेकर हैं. हमें ये सुनिश्चित करना है कि इन संपत्तियों को कोई नुकसान न हो ताकि इन्हें नीलाम किया जा सके.

तो आखिर दाऊद का भूत इस बंगले में अचानक कैसे नाचने लगा.कैसे अचानक ये बातें होने लगीं कि दाऊद इब्राहिम भेष बदल कर इस बंगले को देखने आता है. कहीं ऐसा तो नहीं कि इस बंगले को नीलामी से बचाने के लिए, बंगला खरीदने के इच्छुक लोगों को डराने धमकाने के लिए ये बातें फैलाई गई हैं.

ऐसा तो नहीं कि वाकई में ये पुश्तैनी बंगला दाऊद इब्राहिम के दिल के काफी करीब है, इतना करीब कि वो किसी भी सूरत में इस बंगले को किसी और के हाथ में जाने नहीं देना चाहता. बहरहाल, चर्चाओं और कहानियों के बीच दाऊद के बंगले को लेकर पुलिस सतर्क हो गई है. उसने इस बंगले की गश्त के लिए एक नया कदम उठाया है. उसने दाऊद के बंगले के आसपास इंफ्रारेड सेंसर लगा दिए हैं. जी हां, इंफ्रारेड सेंसर.

रत्नागिरी पुलिस ने दाऊद के भूत बंगले पर नजर रखने और उसकी रखवाली सुनिश्चित करने के लिए ई-बीट नाम का एक नया सिस्टम लगाया है. इसके तहत दाऊद के बंगले और उसकी दूसरी संपत्तियों के पास भी इंफ्रारेड सेंसर लगाए गए हैं.

संजय शिंदे, एसपी, रत्नागिरी ने बताया कि हमने दाऊद की संपत्तियों में खास इंफ्रारेड सेंसर लगाए हैं. हमारा गश्ती दल जब भी वहां से गुजरेगा उसे अपने डंडे में खास तौर पर फिट की गई चिप का इस्तेमाल करना होगा, इस चिप को सेंसर की ओर दिखाने पर उसकी हाजिरी लगेगी. इससे ये पक्का होगा कि पुलिसवाले दाऊद के बंगले की निगरानी के लिए वाकई जा रहे हैं.

बताया तो ये भी जा रहा है कि दाऊद का बंगला जिस इलाके में है वहां आज भी दूर के रिश्तेदारों का बसेरा है. वो छुपे तौर पर इस बंगले के रखवाले हैं, अक्सर बंगले का सरकारी टैक्स भी वही लोग जमा करते रहे हैं. यानि दाऊद यहां हो न हो, उसकी छाया रत्नागिरी में बखूबी मौजूद है. ये छाया ही उसके बंगले को भूत बंगला बना रही है, ये छाया ही इस बंगले की नीलामी से बचाने की कोशिश कर रही है, ये छाया ही स्थानीय लोगों को बेतरह डरा रही है. दाऊद का धंधा आखिर डर पर ही तो चलता है.

(साभार न्यूज़ 18)