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दारुल उलूम का नया फतवा- मुस्लिम महिलाओं का नेल पॉलिश लगाना इस्लाम के खिलाफ

मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अक्सर विवादित फतवा जारी करने वाले इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने एक बार फिर फतवा जारी किया है

FP Staff

मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अक्सर विवादित फतवा जारी करने वाले इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने एक बार फिर फतवा जारी किया है. दारुल उलूम देवबंद के मुफ्ती इशरार गौरा ने कहा कि नेल पॉलिश लगाने वाली मुस्लिम महिला के खिलाफ हमने फतवा जारी किया है, क्योंकि ये इस्लाम के खिलाफ है और अवैध है. इसकी बजाए महिलाओं को अपने नाखुनों पर मेहंदी लगानी चाहिए.

ऐसा नहीं है कि दारुल उलूम ने इस तरह का कोई फतवा पहली बार जारी किया है. देवबंद से जुड़े मदरसे दारुल उलूम ने इससे पहले भी एक और अजीबोगरीब फतवा जारी कर वैक्सिंग और शेविंग के जरिए शरीर के बाल हटाने को तहजीब के खिलाफ बताया था. इसे शरिया कानून के तहत सही नहीं बताया हया है. दारूल उलूम के इस अटपटे बयान से पहले पिछले हफ्ते ही कुछ और अजीब बातें कही थीं.

उलूम ने कहा था कि किसी अजनबी व्यक्ति से मेहंदी लगवाना शरिया के अंदर सही नहीं है. इतना ही नहीं उलूम ने मुस्लिम महिलाओं को चूड़ी बेचने वालों के हाथ से चूड़ी पहनने से भी मना किया है क्योंकि ये शरिया से के हिसाब से बहुत बड़ा गुनाह है. इससे पहले उसने फतवा जारी कर कहा था कि बैंक की नौकरी से चलने वाले घरों में शादी का रिश्ता न जोड़ें. ऐसे परिवार में शादी से परहेज किया जाए. हराम दौलत से पले-बढ़े लोग आमतौर पर सहज प्रवृत्ति और नैतिक रूप से अच्छे नहीं होते. लिहाजा, ऐसे घरों में रिश्ते से परहेज करना चाहिए. बेहतर है कि किसी पवित्र परिवार में रिश्ता ढूंढा जाए.

साथ ही वो जीवन बीमा को लेकर भी फतवा जारी कर चुका है. दारुल उलूम ने फतवा जारी कर कहा था कि इस्लाम में जीवन बीमा हराम है. कोई भी बीमा कंपनी इंसान की जिंदगी नहीं बचाती. इसलिए सिर्फ अल्लाह पर भरोसा होना चाहिए.