वक्त-वक्त पर मौलाना-मौलवियों के ऊटपटांग फतवे जारी करते रहते हैं. अब दारुल उलूम देवबंद ने बुधवार को फतवा जारी करके सोशल मीडिया पर मुस्लिम पुरूषों और महिलाओं की फोटो अपलोड करने को नाजायज बताया है.
सहारनपुर के दारुम उलूम देवबंद से एक शख्स ने यह सवाल किया था कि क्या फेसबुक, व्हाट्सऐप और सोशल मीडिया पर अपनी (पुरूष) या महिलाओं की फोटो अपलोड करना जायज है?
इसके जबाव में फतवा जारी करके यह कहा गया है कि मुस्लिम महिलाओं और पुरूषों को अपनी या परिवार के फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करना जायज नहीं है, क्योंकि इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता.
इस संबंध में सहारनपुर के मदरसे के मुफ्ती तारिक कासमी का कहना है कि जब इस्लाम में बिना जरूरत के पुरूषों एवं महिलाओं के फोटो खिंचवाना ही जायज न हो, तब सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड करना जायज नहीं हो सकता है.