तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाईलामा के जवां चेहरे का राज सब जानना चाहते हैं. लेकिन दलाईलामा यह राज दुनिया के सामने नहीं लाना चाहते हैं.
असल में दलाईलामा ने मजाक में कहा, 'कई बार लोग मुझसे पूछता हैं कि 80 की उम्र में भी मैं 70 का दिखता हूं. इसका क्या राज है? मैं कहता हूं कि यह रहस्य है और मैं आपको नहीं बताउंगा.' उनके इस बयान पर लोग हंस पड़े.
सबसे जरूरी है मन की शांति
दलाईलामा ने कहा, 'सबसे अहम मन की शांति है. अंदरूनी सुंदरता बाहरी सुंदरता से ज्यादा अहम हैं.'
दलाईलामा यहां गुवाहाटी विश्वविद्यालय में ‘आधुनिक समय में प्राचीन भारतीय ज्ञान’ विषय पर व्याख्यान दे रहे थे.
उसी दौरान वहां मौजूद महिलाओं ने उनसे ‘उनकी सुंदर त्वचा’ पर सवाल किया था.
कौन है भारतीय संस्कृति का वाहक?
दलाई लामा ने ‘आधुनिक समय में प्राचीन भारतीय ज्ञान’ पर व्याख्यान दिया. उन्होंने कहा, ‘मैं पिछले 58 साल से भारत सरकार का सबसे पुराना मेहमान हूं और भारतीय संस्कृति का वाहक बनकर भारत को लौटा रहा हूं.'0
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ साल से मैंने खुद को भारत का बेटा कहना शुरू कर दिया है.
कुछ साल पहले चीनी मीडिया के कुछ लोगों ने मुझसे आकर पूछा कि मैंने ऐसा क्यों कहा. मैंने उनसे कहा कि मेरे मस्तिष्क का हर हिस्सा नालंदा के विचारों से भरा है.