रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) की बैठक हुई. जिसमें सुरक्षाबलों के लिए 5,500 करोड़ रुपये से अधिक के उपकरण खरीदने के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई.
रक्षा खरीद के क्षेत्र में स्वदेशीकरण और आत्म निर्भरता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए, डीएसी ने 'आईडीडीएम खरीदें (भारतीय)' वर्ग के तहत भारतीय वायु सेना के लिए 12 हाई पावर राडार की खरीद को अनुमति दी है.
मालूम हो कि यह परिषद रक्षा मंत्रालय में खरीद संबंधी फैसले करने वाला शीर्ष निकाय है. सरकारी बयान के अनुसार परिषद की बैठक हुई जिसमें रक्षा सेनाओं के लिए 5,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के उपकरण आदि खरीदने को मंजूरी दी गई.
इस बैठक में भारतीय नौ सेना के लिये छह आधुनिक पनडुब्बी बनाने के अरबों रुपये के महत्वकांक्षी पी-75 कार्यक्रम पर विचार विमर्श किया जाना था. हालांकि, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि बैठक में इस पर कोई फैसला हुआ कि नहीं.
इसके अनुसार रक्षा खरीद में स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए परिषद ने भारतीय वायुसेना के लिए 12 उच्च शक्ति राडार खरीदने को मंजूरी दी है. ये राडार लंबी दूरी के मध्यम और अधिक ऊंचाई की राडार कवरेज उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे.
इन उपकरणों की खरीद देश में वायु रक्षा नेटवर्क की समग्र दक्षता को बढ़ाएगी.