बेंगलुरु के एजीपुरा इलाके में सिलेंडर ब्लास्ट की घटना में छह लोगों की मौत हो गई है. घर में रखे एलपीजी सिलेंडर में हुए ब्लास्ट से दो मंजिला मकान जमींदोज हो गया. धमाका इतना जबरदस्त था कि इसकी चपेट में आसपास के तीन और मकान आ गए.
इस हादसे में अब तक छह लोग मारे गए हैं. मरने वालों में पांच लोग धमाके वाले मकान में रहते थे जबकि एक उनके पड़ोस वाले मकान में रहता था. मकानों के मलबे के अंदर कई और लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. हादसे के बाद दमकल की 40 से अधिक गाड़ियां और एनडीआरएफ के कर्मचारी राहत और बचाव अभियान में जुटे हुए हैं. मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीनों का सहारा लिया जा रहा है.
इस बीच, बचावकर्मियों ने बिल्डिंग के मलबे के अंदर से तीन साल की एक बच्ची को बचाया है. इस बच्ची के माता-पिता इस हादसे में मारे गए हैं. सरकार ने अनाथ हो गई इस बच्ची को गोद लेने का फैसला किया है.
#WATCH: Girl child rescued from Ejipura building collapse site in Bengaluru. Her parents died in the incident,govt has decided to adopt her. pic.twitter.com/jZcI1VHAf5
— ANI (@ANI) October 16, 2017
कर्नाटक के गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने घटना के बारे में कहा कि 'मकान में रखे एलपीजी सिलेंडरों में गैस नहीं था इसलिए यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि सिलेंडर ब्लास्ट की वजह से मकान गिरे हैं.'
कर्नाटक सरकार के मंत्री के जे जॉर्ज ने हादसे में मारे गए लोगों के घरवालों को 5-5 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की है. इसके अलावा सरकार घायलों को भी 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद देगी.
पुलिस ने बताया कि मलबा हटाने के दौरान दमकल के तीन कर्मचारियों के ऊपर मलबा गिरने से वो घायल हो गए. घायल कर्मचारियों को इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.