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सीवीसी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता के लिए बैंकों को जोड़ा

सीवीसी ने सोशल मीडिया, एसएमएस, ई-मेल, वाट्सएप, इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया के उपयोग का सुझाव दिया है

Bhasha

केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने देश भर में स्कूलों, कॉलेजों और ग्राम सभा में भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए सरकारी लोक उपक्रमों, बैंकों तथा बीमा कंपनियों को जोड़ा है. एक ताजा आदेश में भ्रष्टाचार निरोधक निकाय ने प्रत्येक लोक उपक्रम, बैंक तथा बीमा कंपनी को शहर आवंटित किए हैं.

सीवीसी ने एक आदेश में कहा, 'स्कूल और कॉलेज के छात्रों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए आयोग चाहता है कि प्रत्येक केंद्रीय लोक उपक्रम की शाखा कम-से-कम दो स्कूलों और तीन कॉलेजों में इस संदर्भ में विशेष प्रयास कर सकती हैं.' इसमें कहा गया है कि इस मकसद के लिए कुल 163 शहरों और 96 संगठनों को चुना गया है.


सीवीसी के अनुसार स्कूलों और कॉलेजों में सतत रूप से एक अवधि तक गतिविधियां चलाने की जरूरत है ताकि युवा पीढ़ी के मन में स्थायी रूप से नैतिक मूल्य डाला जा सके.

आदेश में कहा गया है, 'सभी संगठन स्कूलों और कॉलेजों में ‘सत्यनिष्ठा क्लब’ स्थापित करें क्योंकि बच्चे देश के लिए भविष्य की संपत्ति है और उनमें नैतिक मूल्यों का विकास करना जरूरी है.'गांवों में ‘जागरूकता ग्राम सभा’ कार्यक्रम चलाया जा सकता है. शहरी क्षेत्रों में सेमिनार और कार्यशालाओं के जरिए भ्रष्टाचार पर चर्चा में लोगों को भी जोड़ा जा सकता है.

इसी प्रकार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि प्रखंड मुख्यालय और जिला मुख्यालय में स्थित उनकी शाखाएं प्रत्येक प्रखंड और जिला मुख्यालय में सेमिनार आयोजित करे.

सीवीसी ने जागरूकता पैदा करने के लिए सोशल मीडिया, थोक में एसएमएस, ई-मेल, वाट्सएप, इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया के उपयोग का सुझाव दिया है.