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CPM विधायक पर यौन शोषण का आरोप, महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा- गलती हो जाती है

सीपीआई(एम) के विधायक पीके शशि पर लगे यौन शोषण के आरोप के बचाव में आयोग की अध्यक्ष का कहना है कि 'गलती हो जाती है'

FP Staff

केरल की महिला आयोग की अध्यक्ष ने एक यौन शोषण के मामले में बहुत ही शर्मनाक बयान दिया है. सीपीआई(एम) के एक विधायक पर लगे यौन शोषण के आरोप के बचाव में उनका कहना है कि गलती हो जाती है.

डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) की एक महिला नेता ने सीपीआई(एम) के विधायक पीके शशि पर यौन शोषण की कोशिश करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद केरल महिला आयोग की अध्यक्ष एमसी जोसेफिन विधायक के बचाव में अटपटा बयान दिया.


एमसी जोसेफिन ने कहा, 'इसमें नया कुछ भी नहीं है, हम सब इंसान और ऐसी गलतियां हो जाती हैं. पार्टी में मौजूद लोग भी ऐसी गलतियां कर देते हैं.'

उन्होंने कहा कि 'ये पार्टी तय करेगी. मार्क्सवादी पार्टी के पास ऐसी शिकायतों से निपटने का अपना सिस्टम है. इसमें कुछ भी नया नहीं है. शुरुआत से ही पार्टी ऐसी शिकायतों से खुद निपटती आई है.'

डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के नेता ने पीके शशि पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद पार्टी ने आरोपों पर जांच शुरू कर दी है. महिला ने 14 अगस्त को सीपीआई(एम) पोलित ब्यूरो की सदस्य बृंदा करात को शिकायत भेजी थी और पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी को इसकी एक कॉपी मेल की थी.

राज्य के महिला आयोग ने यह साफ कर दिया कि वह इस मामले में दखल नहीं दे सकता, क्योंकि पीड़िता ने महिला आयोग में शिकायत दर्ज नहीं कराई है और मामला दर्ज करने के लिए उनके पास बेसिक डिटेल्स की होनी चाहिए. एमसी जोसेफिन ने कहा, 'इस मामले की कोई जानकारी हमारे पास नहीं है. फिर हम कैसे मामला दर्ज कर सकते हैं.'

पुलिस जांच पर एमसी जोसेफिन ने कहा कि यह पार्टी पर निर्भर करता है. मार्क्सवादी पार्टी के पास इन शिकायतों से निपटने का अपना सिस्टम होगा, यह कोई नई बात नहीं है. पार्टी अपने शुरुआती दिनों से ही ऐसे मामलों को संभालती आई है. लेकिन राज्य महिला आयोग को अब तक महिला की तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है.

केरल भाजपा के सांसद वी मुरलीधरन ने कहा कि मामले पर महिला आयोग 'मूक दर्शक' बन गया है. मामले पर विधायक पीके शशि का कहना है कि यह उनकी राजनीतिक छवि खराब करने की साजिश है.