चंडीगढ़ की जिला अदालत ने 1995 में हुए बेअंत सिंह हत्याकांड मामले में आरोपी जगतार सिंह तारा को दोषी करार दिया है. यह फैसला स्पेशल कोर्ट ने सुनाया है.
हत्या पर कोई पछतावा नहीं
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड के आरोप में चंडीगढ़ की बुडैल जेल में बंद जगतार सिंह तारा ने 25 जनवरी को अपना गुनाह कबूल किया था. बुड़ैल जेल में सीबीआई की विशेष अदालत में तारा ने जज को 6 पन्ने का लिखित कबूलनामा दिया है.
कबूलनामे में तारा ने कहा है कि हमने ही बेअंत सिंह को मारा लेकिन हमें इस कत्ल पर किसी भी तरह का कोई पछतावा नहीं है. कबूलनामा दर्ज होने के बाद अब 7 फरवरी को मामले की अलगी सुनवाई होगी. सुनवाई के दौरान अब तार के 313 के बयान पर सीबीआई के वकील कुछ सवालात कर सकते हैं. इस सुनवाई के बाद ही इस मामले में आखिरी फैसला हो सकेगा.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि 31 अगस्त 1995 को पंजाब सिविल सचिवालय की बिल्डिंग के पास हुए बम ब्लास्ट में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस ब्लास्ट में 17 अन्य लोगों की भी मौत हो गई थी. इसी हत्या में जगतार सिंह तारा को मुख्य आरोपी बनाया गया है. 21 जनवरी 2004 को चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल से अपने साथियों समेत जगतार सिंह तारा फरार हो गया था.
थाइलैंड से हुआ था गिरफ्तार
करीब 10 साल बाद दिसंबर 2014 में इंटरपोल की मदद से जगतार सिंह तारा को भारतीय एजेंसियां और थाईलैंड की एजेंसी के साथ जॉइंट ऑपरेशन से गिरफ्तार किया गया था. भारत लाने के बाद उसे फिर से चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल में रखा गया है और अब वहां उस पर सीबीआई की विशेष अदालत में मुकदमा चल रहा है.
(साभार: न्यूज़18)