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10 पैसे से होगा कुलियों का जीवन सुरक्षित

प्रत्येक रेलवे टिकट पर 10 पैसा अतिरिक्त लिया जा सकता है. जिसका भुगतान कुलियों को पीएफ और पेंशन सुविधा देने के लिए किया जाएगा.

Asif Khan

दस पैसे का आपके लिए कोई महत्व नहीं है. एक रुपए के दसवें हिस्से को तो लोगों को दशकों हो गए देखे हुए भी. युवाओं को तो ये पता भी नहीं है कि दस का सिक्का कैसा होता है? लेकिन अब दस पैसे ही कुलियों को प्रोविडेंट फंड और पेंशन की सुविधा मिलेगी.

दस पैसा अब लाखों कुलियों का जीवन निर्वाह करने का सहारा बनेगा. कुलियों की सुरक्षा के लिए लेबर मिनिस्ट्री ने वित्त मंत्रालय और रेल मंत्रालय के सामने एक प्रस्ताव पेश किया है. अगर इस प्रावधान को मंजूरी मिल जाती है तो प्रत्येक रेलवे टिकट पर 10 पैसा अतिरिक्त लिया जाएगा. जिसका भुगतान कुलियों को पीएफ और पेंशन सुविधा देने के लिए किया जाएगा.


10 पैसा देगा कुलियों को सुरक्षा

अब सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि टिकट काउंटर पर 10 पैसे का भुगतान कैसे किया जाए? क्योंकि 10 पैसे का भुगतान तो सिर्फ डिजीटल पेमेंट से किया जा सकता है. अशिक्षित या डिजिटल पेमेंट से दूर व्यक्ति इसका भुगतान कैसे करेगा. ये बहुत बड़ा सवाल है.

जब फर्स्टपोस्ट हिंदी ने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर कुलियों से बातचीत की तो सभी के चेहरे पर जीवन सुरक्षा की उम्मीद साफ दिख रही थी. सफेद शर्ट और बाजू पर पीतल का लाइसेंस बैच लगाए खड़े सभी कुली इस खबर पहले से ही वाकिफ थे. उनका विश्वास है कि मोदी सरकार इस प्रस्ताव को लागू करती है तो उन्हें प्रोविडेंट फंड का फायदा मिल सकेगा. जो कि कुलियों के लिए नया है क्योंकि सभी का कहना है कि इससे पहले किसी सरकार ने उनकी बदहाली की तरफ ध्यान नहीं दिया.

फर्स्टपोस्ट हिंदी के माध्यम से कुलियों ने सरकार को कहा शुक्रिया

एक कुली ने फर्स्टपोस्ट हिंदी से बातचीत में कहा ‘इससे पहले कोई ऐसी बात नहीं आई है. ये पीएफ फंड की बात है पहली बार आई है.10 पैसे से पब्लिक को कोई फर्क ही नहीं पड़ेगा. 10 पैसे प्रति टिकट पर जो निकाला है उससे कुली भाईयों का भला होगा, अगर सरकार हमारे लिए भलाई का काम करती है तो हमें खुशी है. सरकार हमारे लिए जो भी करेगी अच्छा करेगी’

दूसरे कुली का कहना है ‘बूंद बूद से घड़ा भरता है. ये अच्छा कदम है’

इस प्रस्ताव की सच्चाई देखने के लिए हमें 1 फरवरी तक रुकना चाहिए. कहीं ये भी पहले पारित हुए प्रतावों की तरह अटका तो नहीं रह जाएगा. जिसमें कुलियों की मौत सिर्फ फाइलों में ही दर्ज होती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटे नोटों के चलन पर ज्यादा जोर दिया है. सरकार के इस प्रस्ताव से भूले जा चुके 10 पैसे के सिक्के से लाखों कुलियों की जिंदगी बदली जाएगी. सबके सामने एक ही परेशानी है कि 10 पैसे का भुगतान कैसे किया जाए?