8 जुलाई को हिज्बुल आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर को एक साल पूरा होने जा रहा है. इसके ठीक एक दिन पहले कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने विवादित बयान दिया है.
सोज ने शुक्रवार को कहा, 'अगर मेरा बस चलता तो मैं बुरहान वानी को मरने नहीं देता. मैं उनसे बातचीत करता. मैं उसे समझाता कि पाकिस्तान, कश्मीर और भारत के बीच दोस्ती बनाई जा सकती है. जिसमें वह भी अपनी भागीदारी निभा सकता था, लेकिन बुरहान अब मर चुका है और हमें कश्मीरियों के दर्द को समझना चाहिए.'
बुरहान वानी को पिछले साल 8 जुलाई को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था. इसके बाद से घाटी में कई महीनों से हिंसा जारी है.
सैफुद्दीन सोज़ के इस बयान पर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहिर ने कहा कि सरकार घाटी में शांति चाहती है हमारा आतंकियों को खत्म करने का लक्ष्य है.
आतंकी बुरहान वानी की बरसी को ध्यान में रखते हुए घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.