असम के तिनसुकिया में उग्रवादियों के हमले में पांच बांग्ला भाषी युवकों की मौत के एक दिन बाद राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है. यह घोषणा असम सरकार में मंत्री केशब महंत ने की.
असम के तिनसुकिया जिले में गुरुवार शाम को पांच बांग्ला भाषी युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में उल्फा(आई) के उग्रवादियों का हाथ बताया जा रहा है, हालांकि उल्फा ने इससे इनकार किया है. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन हत्याओं की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसे एनआरसी से जोड़ा और दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की.
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की
ममता बनर्जी के अलावा असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने मंत्री केशब महंत और तपन कुमार गोगोई को घटना की विस्तृत जानकारी लेने के लिए मौके पर भेजा था. इसके अलावा उन्होंने डीजीपी कुला सैकिया और एडीजीपी मुकेश अग्रवाल को भी घटनास्थल पर भेजा था. उन्होंने कहा- घटना की जांच जारी है. दोषियों को कड़ी सजा जरूर होगी. उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनसे कड़ाई से पेश आया जाएगा.
उग्रवादियों ने युवकों को लाइन में खड़ा किया और गोली मार दी
यह घटना असम के तिनसुकिया जिले के खेरबाड़ी गांव की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मारे गए लोग एक दुकान में बैठे हुए थे. उसी समय कुछ अज्ञात उग्रवादी वहां आए और उन्हें ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे ले गए. अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध उग्रवादियों ने युवकों को लाइन में खड़ा किया और एक-एक करके गोली मार दी. घटना के बाद पुलिस और सेना मौके पर पहुंची थी. पुलिस ने बताया कि यह घटना रात करीब 9 बजे की है और घटनास्थल धोला-सादिया पुल से छह किलोमीटर दूर है.