उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अगर सरकार अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई न करती तो आज राज्य में मॉब लिंचिंग के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिलते. हमें खुशी है कि आज यहां इस तरह की घटनाएं नहीं हो रही हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में यूपी सीएम ने कहा कि अगर हम यूपी में अवैध बूचड़खाने बंद नहीं करते, तो यूपी में भीड़ की हिंसा के सबसे ज्यादा मामले होते. सभी राज्यों में मॉब लिंचिंग की घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. लोगों को एक दूसरों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए. मॉब लिंचिंग की सबसे दुखद घटना 1984 में दिल्ली की सड़कों पर हुई थी.
लोगों में विश्वास पैदा किया
उन्होंने कहा कि एंटी रोमियो स्कवॉड के गठन जैसे कदम सरकार ने सोच समझकर उठाए थे. पूर्व की अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि पहले की सरकार में छात्राओं में डर रहता था, क्योंकि स्कूलों के बाहर बदमाश खड़े रहते थे. पर अब ये सब चीजें बंद हो चुकी हैं. लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी थी.
बिना नेतृत्व वाला गठबंधन फेल
2019 के चुनाव को देखते हुए बन रहे महागठबंधन को लेकर योगी ने कहा कि बिना किसी नेतृत्व का गठबंधन फेल होने वाला है. 2019 में यूपी में चुनाव को लेकर बन रहे गठबंधन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पहले ये तय करना होगा कि कौन किसके नेतृत्व में काम करेगा. अखिलेश मायावती के नेतृत्व में काम करेंगे. या फिर अखिलेश यादव राहुल गांधी के नेतृत्व में काम करेंगे.