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पद्मावत फिल्म पर बैन की कल्पना भी नहीं कर सकते थे: CJI

सीजेआई ने कहा कि जब इस फिल्म की स्क्रीनिंग होनी थी, तब कई राज्यों ने उस पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश जारी किए थे.

FP Staff

मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने पद्मावत फिल्म का जिक्र करते हुए कहा कि जब इस फिल्म की स्क्रीनिंग होनी थी, तब कई राज्यों ने उस पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश जारी किए थे. उन्होंने कहा कि वह कल्पना नहीं कर सकते कि एक फिल्म को कैसे प्रतिबंधित किया जा सकता है. अगर कोर्ट ने बैंडिट क्वीन शो के प्रोड्यूसर को यह फिल्म दिखाने का अधिकार बरकरार रखा तो उसके आगे पद्मावत फिल्म कुछ भी नहीं है. यह सेलूलॉयड में प्रस्तुत एक कविता है, अदालत ने यही कहा.

सीजेआई ने कहा कि शोर के डेसिबल की अनुमति के संबंध में हमारे पास कानून है. जब आप उस कानून का उल्लंघन करते हैं, तो आप किसी व्यक्ति के सोने के अधिकारों में दखल देते हैं. जो अनिद्रा से पीड़ित है, वह जानता है कि यह त्रासदी उसके ऊपर कैसे हो सकती है. गोपनीयता एक संवैधानिक अवधारणा है, मैं हमेशा यह मानता हूं.

सीजेआई ने कहा मेरा घर मेरा महल है, आप मुझे, मेरे घर पर कैसे परेशान कर सकते हो? एक वकील के रूप में भी आपको मेरे साथ मिलने के लिए समय लेना होगा.मेरा समय केवल मेरा समय है, मेरा जीवन केवल मेरा जीवन है. मेरी गोपनीयता मेरे लिए सर्वोच्च है. रामलीला में हुए बैन और प्रदर्शन की घटना पर अदालत का यही कहना था.